सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या : इस समय अयोध्या से लेकर वाराणसी तक जय श्री राम और बम बम भोले की गूंज सुनाई दे रही है. सभी की जुबान पर ज्ञानवापी की पूजा-अर्चना और अयोध्या में विराजमान रामलला की पूजा आराधना की चर्चा ही चल रही है. इसी कड़ी में ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी की याचिकाकर्ता मंजू व्यास और सीता साहू अपने संकल्प को पूरा करने के लिए धर्म नगरी अयोध्या पहुंची है. दरअसल, उन्होंने संकल्प लिया था कि जिस दिन ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा आराधना शुरू होगी उस दिन अयोध्या में यज्ञ अनुष्ठान करेंगे.
श्रृंगार गौरी कि याचिकाकर्ता मंजू व्यास और सीता साहू ने अयोध्या पहुंचकर तपस्वी जी की छावनी में जगतगुरु परमहंस आचार्य के नेतृत्व में यज्ञ अनुष्ठान किया. गौरतलब है कि यह अयोध्या की सबसे पुरानी छावनी है. तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने बताया कि ज्ञानवापी में श्रृंगार गौरी की याचिकाकर्ता मंजू व्यास और सीता साहू अयोध्या में है. आदि विशेश्वर के मंदिर निर्माण को लेकर इन्होंने हवन यज्ञ किया है और ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मंदिर के निर्माण का संकल्प लिया है. दोनों महिलाओं ने प्रभु राम से अपने संकल्प की पूर्ति का आशीर्वाद भी मांगा है.
बुधवार से शुरू हुई ज्ञानवापी में पूजाज्ञानवापी श्रृंगार गौरी की याचिकाकर्ता सीता साहू ने बताया कि 31 साल से व्यास जी का तहखाना बंद था. वहां पर पूजा पाठ नहीं हो रहा था. गौरतलब है कि ज्ञानवापी मामले में बुधवार को वाराणसी की जिला अदालत से एक बड़ा फैसला आया था. इस फैसले के अनुसार ज्ञानवापी परिसर में मौजूद व्यास जी के तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा करने की इजाजत मिली थी. बुधवार को रात 12.30 में वहां पूजा शुरू भी हो गई थी. हम लोगों का संकल्प था कि जब ज्ञानवापी में पूजा पाठ जब शुरू हो जाएगी तो हम लोग अयोध्या में आकर हवन पूजन करेंगे.
आदि विशेश्वर का मंदिर बनाना है लक्ष्यज्ञानवापी शृंगार गौरी की याचिकाकर्ता मंजू व्यास ने बताया कि हम लोग अपने आदि विशेश्वर की मुक्ति के लिए यहां पर पूजा आराधना किया है. आज हम लोग व्यास जी के तहखाने में पूजा आराधना कर रहे हैं. हमारी इच्छा है कि आदि विशेश्वर का भी मंदिर जल्द से जल्द बने, इस वजह से हम लोग यहां पर यज्ञ किया हैं.
.Tags: Ayodhya News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : February 4, 2024, 20:28 IST
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