भारतीय क्रिकेट टीम में 3 ऐसे कातिलाना तेज गेंदबाज रहे हैं, जिनका करियर शानदार शुरुआत के बाद भी खत्म हो गया. भारत के ये 3 गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से भी ज्यादा खतरनाक थे. अगर इन 3 तेज गेंदबाजों को और भी ज्यादा मौके मिले होते तो आज ये जसप्रीत बुमराह से भी बड़ी उपलब्धि हासिल कर लेते. दरअसल, टीम इंडिया में सेलेक्शन होना जितना मुश्किल माना जाता है, उससे कई गुना ज्यादा मुश्किल खुद को टीम इंडिया में बरकरार रखना होता है, क्योंकि टीम के बाहर भी कई ऐसे खिलाड़ी होते हैं, जो अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर आपको बाहर करवा सकते हैं. आइए नजर डालते हैं इन 3 तेज गेंदबाजों पर:
1. इरफान पठान
इरफान पठान ने भारत के लिए साल 2004 में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की थी. इरफान पठान की गेंदबाजी में शुरुआत में गजब की स्विंग थी, जिसके चलते उन्हें खेलना बहुत मुश्किल होता था. इरफान पठान को साल 2004 में आईसीसी की तरफ से ‘इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर’ का खिताब मिला था. वह भारत के इकलौते ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने पहले ओवर में ही हैट्रिक लेने का कारनामा किया हुआ है. लेकिन बाद में इरफान पठान गेंदबाजी में बेअसर दिखने लगे. इरफान पठान ने भारतीय टीम के लिए 29 टेस्ट मैच, 120 वनडे मैच और 24 टी-20 मैच खेले हैं.
2. आरपी सिंह
आरपी सिंह भी भारत के लिए ऐसे गेंदबाज रह चुके हैं, जो अच्छी शुरुआत के बाद गायब हो गए. वह भी अपनी शानदार स्विंग गेंदबाजी के लिए पहचाने जाते थे. आरपी सिंह ने भारतीय टीम को 2007 टी-20 वर्ल्ड कप जिताने में भी काफी अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन वक्त के साथ आरपी सिंह की स्विंग खो गई और वह हर मैच में काफी महंगे साबित होने लगे. आरपी सिंह ने भारतीय टीम के लिए 14 टेस्ट मैच, 58 वनडे मैच और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हुए हैं.
3. मोहित शर्मा
मोहित शर्मा ने भारत के लिए अपना इंटरनेशनल क्रिकेट डेब्यू साल 2013 में किया था. मोहित शर्मा भारतीय टीम के लिए अपने शुरुआती करियर में काफी अच्छी गति के साथ गेंदबाजी कर रहे थे. वह अपनी स्विंग और स्लोअर गेंदबाजी से बल्लेबाजों को काफी परेशान कर रहे थे. मोहित शर्मा ने भारतीय टीम के लिए साल 2015 के वर्ल्ड कप में भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन वर्ल्ड कप 2015 के बाद लगातार उनकी गेंदबाजी में गिरावट आने लगी और इसका नतीजा यह हुआ कि वह भारतीय टीम से बाहर हो गए. मोहित शर्मा ने भारतीय टीम के लिए 26 वनडे मैच और 8 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं.