आजमगढ़: कमल गट्टा जितना धार्मिक रूप से मान्य है उतना ही यह शारीरिक रूप से भी बेहद फायदेमंद है. इस फल के सेवन से शरीर के वजन को कंट्रोल किया जा सकता है. इसके अलावा यह डायरिया जैसी बीमारी के रोगों के उपचार के लिए भी बेहद कारगर है. आजमगढ़ में कमलगट्टे की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. ऐसे में जहां एक तरफ कमलगट्टा खाने वाले को उसकी सेहत के लिए लाभ मिलता वहीं इसे उगाने और बेचने वाले किसान को अच्छई कमाई होती है. कमल गट्टा कमल की जड़ों में पाया जाता है. हेल्थ एक्सपर्टस की मानें तो कमलगट्टे का सेवन सेहत के लिए बेहद लाभदायक होता है.वजन कंट्रोल करने में फायदेमंदकमलगट्टे का हलवा खाने से शरीर के वजन और मोटापे को कंट्रोल किया जा सकता है. आज के समय में असंतुलित खानपान और घटिया लाइफ स्टाइल के चलते वजन और मोटापे पर कंट्रोल पाना मुश्किल हो चुका है. ऐसे में बढ़ते वजन और मोटापे जैसी समस्या पर नियंत्रण पाने के लिए कमलगट्टे का हलवा बेहद ही प्रभावी साबित हो सकता है. वजन कम करने के लिए कमल गट्टा का हलवा बहुत फायदेमंद माना जाता है. इसका नियमित रूप से सेवन करने से आपके शरीर को पोषक तत्वों की आपूर्ति बनी रहती है और बार-बार भूख लगे से रोकता है.इनफर्टिलिटी को करता है दूरकमलगट्टे के हलवे के सेवन से इनफर्टिलिटी की समस्या भी दूर की जा सकती है. आज के समय में खान-पान और बेकार लाइफस्टाइल के कारण पुरुष और महिला दोनों में इनफर्टिलिटी की समस्या बेहद आम हो चुकी है. ऐसे में कमलगट्टे के हलवे का सेवन करने से महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या भी दूर की जा सकती है.डायरिया के लिए रामबाणकमल गट्टा का हलवा डायरिया या दस्त की समस्या का रामबाण इलाज माना जाता है. इसमें कसैले गुण मौजूद होते हैं जो भूख बढ़ाने का का काम करते हैं. डायरिया के अलावा कमल गट्टा का हलवा खाने से कब्ज और गैस की समस्या से भी निजात मिल सकती है. कमलगट्टे का हलवा नियमित रूप से खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है.FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 15:37 IST