Symptoms of Vitamin D deficiency: विटामिन डी हमारे शरीर के लिए एक आवश्यक विटामिन है, जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनता है और इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है. इससे हमारा शरीर बीमारियों और संक्रमणों से दूर रहता है. हम दिनभर में जितने विटामिन डी की जरूर होती है, उतनी सूरज की रोशनी से मिल जाती है. इसके अलावा, हमें कुछ फूड से भी विटामिन डी मिलता है. तो, अगली बार जब आप विटामिन डी की अपनी डेली खुराक को इग्नोर करें तो बस खुद को याद दिलाएं कि क्या आपके पास दिन के लिए पर्याप्त विटामिन है?
कैसे पता करें शरीर में विटामिन डी का लेवल?लोगों को लगता है कि विटामिन डी का लेवल पता करने के लिए सिर्फ एकमात्र रास्ता ब्लड टेस्ट है, हालांकि यह सच नहीं है. कुछ साल पहले तक विटामिन डी के महत्व के बारे में लोग नहीं जानते थे, लेकिन अब वह समझने लगे हैं. शरीर में विटामिन डी की कमी से हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है और उन्हें खोखला बना सकता है. इसलिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि कब यह आपको कम विटामिन डी के चेतावनी संकेत देता है.
विटामिन डी की कमी के संकेत
घाव ठीक होने में समय लगना: विटामिन डी घावों को समय पर भरने के लिए शरीर की मदद करता है, लेकिन इसकी कमी घाव ठीक होने की प्रक्रिया धीमा हो सकती है. डायबिटीज मरीजों पर अध्ययन के अनुसार, जिनमें घाव भरने की प्रक्रिया बेहद धीमी होती, उन्हें विटामिन डी के सप्लीमेंट्स लेने चाहिए. इससे घाव भरने की प्रक्रिया में तेजी आएगी.
डिप्रेशन: विटामिन डी मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है. शरीर में कम विटामिन डी के प्रमुख दुष्प्रभावों में से एक डिप्रेशन है. अध्ययन में बुजुर्गों के मूड पर विटामिन डी का प्रभाव पाया गया है. डिप्रेशन को दूर करने के लिए डाइट में विटामिन डी सप्लीमेंट शामिल कर सकते हैं.
थकान: एक हेल्थ कॉम्प्लिकेशन के रूप में थकान कई बीमारियों के कारण भी होती है, लेकिन विटामिन डी की कमी के मामले में यह ज्यादातर सिरदर्द, नींद की कमी और हड्डियों में लगातार दर्द के कारण होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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