Virender sehwag 2 triple centuries in test format as equal to great sir don bradman but he can be on top | Indian Cricket: डॉन ब्रैडमैन से आगे निकलने का था सुनहरा मौका, एक छोटी सी गलती और चूक गया भारत का ये दिग्गज

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Virender Sehwag Career Stats, Triple Century Records : वीरेंद्र सहवाग, एक ऐसा नाम जिसने क्रिकेट मैदान पर अपना जलवा कायम रखा. गेंदबाजों की खटिया खड़ी की, चौके-छक्के और तो और ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी मतलब सहवाग के जैसे बाएं हाथ का खेल रहा. उन्होंने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के साथ कई अहम साझेदारियां निभाईं. हालांकि वह एक छोटी सी चूक से डॉन ब्रैडमैन से एक मामले में आगे निकलने से चूक गए.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
टेस्ट में 82 का स्ट्राइक रेट
सहवाग जब भी मैदान पर उतरते तो पहली गेंद से ही बाउंड्री लगाने की कोशिश करते. ऐसा एक नहीं कई बार हुआ कि उन्होंने शुरुआती ओवरों से ही जमकर रन बटोरे. यही कारण रहा कि सहवाग से दुनियाभर के गेंदबाज खौफ खाते थे. उनके सामने गेंदबाजी करने से पहले रणनीति बदल लेते थे. टेस्ट क्रिकेट में टी20 और वनडे जैसा रोमांच भर देने वाले इस धुरंधर ने कई शानदार पारियां खेलीं. उनके आक्रामक अंदाज का पता इसी बात से चल जाता है कि टेस्ट फॉर्मेट में ही उनका स्ट्राइक रेट 82.33 का रहा.
ब्रैडमैन से आगे निकलने का मौका गंवाया
44 वर्षीय सहवाग ने करियर में 104 टेस्ट मैच खेले. हालांकि अपने आक्रामक अंदाज के चलते वह महानतम बल्लेबाजों में शुमार ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन से एक मामले में आगे निकलने का मौका गंवा बैठे. टेस्ट क्रिकेट में सहवाग ने एक नहीं बल्कि 2-2 बार ट्रिपल सेंचुरी लगाई हैं. उन्होंने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ ही टेस्ट में तिहरा शतक जड़ा और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बनने की उपलब्धि हासिल की. उन्होंने 2004 में मुल्तान के मैदान पर 309 रन बनाए. इसके 4 साल बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी तिहरा शतक जड़ा.
एक छोटी सी चूक और…
विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर सहवाग के पास साल 2009 में एक बड़ा मौका आया, जब वह ब्रैडमैन को टेस्ट में सबसे ज्यादा बार ट्रिपल सेंचुरी लगाने के मामले में पीछे छोड़ सकते थे. ब्रैडमैन ने भी दो बार तिहरे शतक लगाए. साल 2009 में श्रीलंका के खिलाफ सहवाग के पास बहुत बड़ा मौका था. ब्रेबॉर्न के मैदान पर वह 293 रन तक पहुंच गए थे, लेकिन इसी दौरान छक्का लगाने की कोशिश में वह अपना विकेट गंवा बैठे. अगर उस दिन सहवाग संयमित होकर खेलते तो महज 7 रन और बनाकर अपना तीसरा तिहरा शतक पूरा कर सकते थे. ऐसे में वह महान ब्रैडमैन से आगे निकल सकते थे.
पाकिस्तान के खिलाफ खूब बोला बल्ला
सहवाग का बल्ला पाकिस्तान के खिलाफ तो जमकर बोला. उन्होंने इस चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ एक बार ट्रिपल सेंचुरी, 2 बार डबल सेंचुरी भी जड़ी. साल 2005 में मोहाली के मैदान पर वह 173 रन बनाकर आउट हो गए थे, अगर थोड़ा और जमे रहते तो एक और दोहरा शतक पाकिस्तान के खिलाफ जमा देते. सहवाग ने अपने करियर में 104 टेस्ट, 251 वनडे और 19 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. टेस्ट में 23 शतकों की बदौलत सहवाग ने 49.34 की औसत से कुल 8586 रन बनाए. वनडे में उनके नाम 8273 रन दर्ज हैं. टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर की 18 पारियों में उन्होंने 2 अर्धशतक लगाते हुए कुल 394 रन बनाए. 
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