virat kohli biggest weakness exposed again in ind vs aus adelaide test scored 7 runs dismissed by starc | IND vs AUS: एडिलेड टेस्ट में फिर उजागर हुई विराट कोहली की सबसे बड़ी कमजोरी, मायूस हो गए फैंस

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virat kohli biggest weakness exposed again in ind vs aus adelaide test scored 7 runs dismissed by starc | IND vs AUS: एडिलेड टेस्ट में फिर उजागर हुई विराट कोहली की सबसे बड़ी कमजोरी, मायूस हो गए फैंस



Virat Kohli Weakness Exposed: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है. इस पिंक बॉल डे-नाइट टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीता और बैटिंग चुनी. टीम के टॉप ऑर्डर से जिस प्रदर्शन की उम्मीद थी, ऐसा हुआ नहीं. खासकर विराट कोहली, जिनका एडिलेड में धांसू रिकॉर्ड है, वह सिर्फ 7 रन जोड़कर पहली पारी में मिचेल स्टार्क की गेंद पर आउट हो गए. उनके इस प्रदर्शन ने फैंस को भी मायूस किया. कोहली जिस अंदाज में आउट हुए, उनकी एक बार फिर सबसे बड़ी कमजोरी उजागर हो गई.
कैसे आउट हुए विराट?
स्टार्क ने चतुराई से विराट कोहली को आउट किया. उन्होंने एक शॉर्ट पिच गेंद फेंकी, जो ऑफ स्टंप पर एंगल बनाती हुई 5वें या छठे स्टंप पर गिरी. कोहली ने अपना बल्ला हटाने में हिचकिचाहट दिखाई, तब तक गेंद उनके बल्ले से टकराकर दूसरी स्लिप में चली गई. स्लिप में मुस्तैदी से खड़े स्मिथ ने कोई गलती न करते हुए बड़े से शानदार तरीके से कैच पूरा किया. कोहली निराश दिख रहे थे, उन्होंने पिच की ओर देखा और नाखुश होकर पवेलियन लौट गए.
— Tanuj Singh (@ImTanujSingh) December 6, 2024
विराट की सबसे बड़ी कमजोरी फिर उजागर
जिस लाइन-लेंथ पर गेंद फेंककर स्टार्क ने कोहली को आउट किया, वह विराट की बड़ी कमजोरी है. ऐसा पहली बार नहीं है, जब वह ऐसे आउट आउट हुए हैं. पहली भी कई बार ऑफ स्टंप की इसी लाइन पर कोहली अपना विकेट गंवा चुके हैं. स्टार्क की गेंद को कोहली छोड़ सकते थे, लेकिन उन्हें खेलने का छोड़ने का फैसला लेने में देरी हो गई, जिसकी कीमत उन्हें विकेट देकर चुकानी पड़ी.
जिद्दी हो गए हैं कोहली?
भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों के खिलाफ विराट कोहली की लगातार कमजोरी बताई. मांजरेकर ने कोहली के विकेट को लेकर एक्स पर लिखा, ‘विराट का औसत अब 48 पर आ गया है. इसका एक महत्वपूर्ण कारण ऑफ स्टंप के बाहर की दुर्भाग्यपूर्ण कमजोरी है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे निपटने के लिए कोई दूसरा तरीका नहीं आजमाने की उनकी जिद.’ बता दें कि सभी की निगाहें कोहली पर थीं, जिनका एडिलेड में 63 से अधिक औसत और इस वेन्यू पर 500 से अधिक टेस्ट रनों का प्रभावशाली रिकॉर्ड है. हालांकि, निराशा हाथ लगी.



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