बदलते मौसम में बैक्टीरियल और वायरल इन्फेक्शन तेजी से फैलते हैं. इससे बीमारियां होती हैं, जो हवा में नमी और कमजोरी इम्यूनिटी से फैलती हैं. ज्यादातर वायरल इन्फेक्शन गले में खराश और चुभन के साथ शुरू होती है. इसके साथ ही आपको फीवर और खांसी भी आती है. इसलिए वायरल फीवर के शुरुआती लक्षण दिखते ही आप अलर्ट हो जाएं. अगर आप वायरल फीवर की चपेट में हैं और दवाई नहीं खाना चाहते तो ये कुछ तरीके अपना सकते हैं. इससे आप जल्दी रिकवर होंगे.
1. शरीर पर वायरस का ज्यादातर हमला नाक से ही होता है. इसके बाद वायरस गले में पहुंचता है और रेस्पिरेटरी सिस्टम प्रभावित करता है. वायरस शरीर के अंदर पहुंचकर आपको बीमार कर देते हैं. अगर आपको छींक आए या गले में जरा सा भी खराश लगे तो सबसे पहले आप नमक और गर्म पानी का गरारा करें.
2. एक स्टडी के अनुसार, अगर आपको बुखार है तो इसका मतलब आपका इम्यून सिस्टम वायरस से लड़ रहा है. शरीर में जब वायरस डिस्ट्रॉय होते हैं, तो आपकी बॉडी गर्म होती है. शरीर अपने आप तापमान बढ़ाकर इन्फेक्शन को बढ़ने से रोकता है. इसलिए बुखार आने पर तुरंत दवाएं ना खाएं. अगर आपके बॉडी का तापमान 100 फारेनहाइट के ऊपर चला जाए, तब ही डॉक्टर की सलाह लें और बुखार उतारने की दवा खाएं.
3. बुखार आने पर अपनी डाइट में जिंक, विटामिन डी और विटामिन सी से भरपूर फूड शामिल करें. आप ड्राई फ्रूट्स भी खा सकते हैं. इसके साथ आप धूप में बैठें. गले में खराश है तो खट्टे फल, दही और सोडे वाले ड्रिंक छोड़ दें. पानी खूब पीएं, खाना हल्का खाएं और रेस्ट करें.
4. मुलेठी में नैचुरल एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं, जो वायरस से लड़ने में सक्षम होते हैं. आप मुलेठी को चाय, गरम पानी या ग्रीन टी में डालकर ले सकते हैं. अपनी डाइट में सूप, गरम ड्रिंक और प्रोटीन फूड ज्यादा लें, रात में सोने से पहले गर्म पानी और नमक का गरारा करें. आप चाहें तो सोने से पहले दूध में हल्दी और काली मिर्च मिलाकर पी सकते हैं.
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