Vinesh Phogat Coach : विनेश फोगाट के लिए बीते कुछ दिन किसी सदमे से कम नहीं रहे हैं. ओलंपिक में गोल्ड मेडल के बेहद करीब पहुंचकर भी वह भारत का परचम लहराने में सफल नहीं रहीं, क्योंकि 100 ग्राम अधिक वजन होने के चलते उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया. बड़ा झटका तब लगा जब उनकी जॉइंट सिल्वर मेडल मिलने की अपील को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने खारिज कर दिया. जिस विनेश ने भारत को गोल्ड लगभग जिता ही दिया था वो अब बिना मेडल लिए ही भारत लौट रही हैं. उनके कोच ने अब एक बड़ा खुलासा किया है. विनेश के कोच वोलर अकोस ने बताया कि विनेश ने वजन कम करने के लिए उस रात जो कुछ किया, वह मर भी सकती थीं.
पहले पोस्ट शेयर किया फिर हटा दिया
विनेश फोगाट के कोच वोलर अकोस ने एक फेसबुक पोस्ट शेयर किया और उस रात की पूरी कहानी बताई. हालांकि, उन्होंने इस पोस्ट को बाद में डिलीट भी कर दिया. कोच ने लिखा, ‘सेमीफाइनल के बाद 2.7 किलोग्राम अतिरिक्त वजन था. हमने एक घंटे और बीस मिनट तक व्यायाम किया, लेकिन 1.5 किलोग्राम अभी भी बचा हुआ था. बाद में, 50 मिनट के सौना बाथ के बाद उसके शरीर पर पसीने की एक बूंद भी नहीं दिखी.’
‘वह मर सकती थी’
विनेश के कोच ने आगे बताया, ‘कोई विकल्प नहीं बचा था और आधी रात से सुबह 5:30 बजे तक उसने अलग-अलग कार्डियो मशीनों और कुश्ती चालों पर काम किया. एक बार में लगभग तीन-चौथाई घंटे, दो-तीन मिनट के आराम के साथ उसने फिर से शुरू किया. वह गिर गई, लेकिन किसी तरह हमने उसे उठाया, और उसने एक घंटा सॉना (बाथ) में बिताया. मैं जानबूझकर ड्रामेटिक डिटेल्स नहीं लिखता, लेकिन मुझे केवल यह सोचना याद है कि वह मर सकती थी.’
आंसुओं में थी विनेश
कोच ने कहा कि विनेश फोगाट अयोग्य घोषित होने के बाद रो पड़ी थीं, लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाई. उन्होंने कहा, ‘उस रात अस्पताल से लौटते समय हमारी एक दिलचस्प बातचीत हुई. विनेश फोगट ने कहा था, ‘कोच, दुखी मत होइए क्योंकि आपने मुझे बताया था कि अगर मैं खुद को किसी मुश्किल स्थिति में पाती हूं और मुझे अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तो मुझे यह सोचना चाहिए कि मैंने दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महिला पहलवान (जापान की यूई सुसाकी) को हराया है. मैंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया. मैंने साबित कर दिया कि मैं दुनिया की सर्वश्रेष्ठ पहलवानों में से एक हूं. हमने साबित कर दिया है कि गेमप्लान काम करते हैं. मेडल, पोडियम सिर्फ वस्तुएं हैं. प्रदर्शन को नहीं छीना जा सकता.’
100 ग्राम अधिक वजन ने छीन लिया मेडल
विनेश फोगाट ने एक ही दिन में तीन मैच जीतकर कुश्ती के 50 किग्रा भारवर्ग के फाइनल में जगह बनाई थी. उन्होंने अपने प्री क्वार्टर फाइनल मैच में दुनिया की नंबर-1 रेसलर और डिफेंडिंग चैंपियन युई सुसाकी को मात देकर सबको हैरान कर दिया था. इसके बाद के दो मैच भी उन्होंने आसानी से जीत लिए और फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान भी बनीं. उन्होंने सिल्वर मेडल पक्का कर दिया था और गोल्ड जीतने की प्रबल दावेदार भी मानी जा रही थीं, लेकिन शायद तकदीर में कुछ और ही लिखा था. गोल्ड मेडल मैच के दिन जब उनका वजन चेक किया गया तो वेट कैटेगरी से 100 ग्राम अधिक पाया गया और इसके चलते ही वह इवेंट से डिसक्वालिफाई कर दी गईं.
अपील भी हुई खारिज
अयोग्य करार दिए जाने के बाद विनेश ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में गोल्ड मेडल मैच खेलने की अपील की थी, लेकिन इसे तुरंत खारिज कर दिया गया. इसके बाद विनेश ने जॉइंट सिल्वर मेडल देने की अपील भी की, जिसके बाद उनकी दलीलें भी सुनी गईं और तीन घंटे तक सुनवाई भी हुई. हालांकि, फैसला उनके पक्ष में नहीं आया. CAS ने यह अपील भी खारिज करते हुए विनेश और करोड़ों भारतीय फैंस की आखिरी उम्मीद को झटका दिया. बता दें कि विनेश का यह तीसरा ओलंपिक था, इससे पहले उन्होंने 2016 में 48 किग्रा, 2020 में 53 किग्रा में कुश्ती की, लेकिन मेडल नहीं जीत सकीं. पेरिस में वह 50 किग्रा. भारवर्ग में खेलीं.
किया संन्यास का ऐलान
मेडल जीतने से वंचित रहने के बाद विनेश फोगाट ने बड़ा ऐलान करते हुए सभी फैंस और चाहने वालों को झटका तब दिया जब उन्होंने कुश्ती से संन्यास की घोषणा की. विनेश ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई. माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके. इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी.’
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) August 7, 2024