Vicky Kaushal suffered Sleep Paralysis: बॉलीवुड गलियारे में विक्की कौशल और कटरीना कैफ की शादी (Katrina Kaif and Vicky Kaushal Wedding Rumours) की चर्चा खूब चल रही है. इस बीच हम आपको विक्की कौशल से जुड़ी एक ‘डरावनी’ बीमारी के बारे में जानकारी लेकर आए हैं. दरअसल, इंस्टाग्राम पर AMA (Ask Me Anything) पर एक सवाल के जवाब में विक्की कौशल ने अपनी बीमारी का राज खोला था. ये बीमारी इतनी खतरनाक होती है कि इसके एहसास से ही मरीज को भयानक डर लगने लगता है. आइए विक्की कौशल की इस बीमारी के लक्षण और इलाज के बारे में जानते हैं.
कैसे बताई थी Vicky Kaushal ने अपनी बीमारी?
बात साल 2020 की है, जब विक्की कौशल की मूवी ‘भूत- पार्ट वन: द हॉन्टेड शिप’ (Bhoot- Part One: The Haunted Ship) रिलीज हुई थी. मूवी रिलीज के बाद विक्की कौशल ने इंस्टाग्राम पर AMA डाला था. जिसपर उनके एक फैन ने पूछा, ‘क्या आप ने कभी असलियत में भूत देखा है?’ इसके जवाब में विक्की कौशल (Vicky Kaushal Instagram) ने लिखा, ‘मैंने कई बार स्लीप पैरालाइसिस (Sleep Paralysis) का सामना किया है… ये बहुत ज्यादा डरावनी है. इसके बारे में पढ़ना!’. आइए जानते हैं कि आखिर स्लीप पैरालाइसिस बीमारी क्या है, जिससे विक्की कौशल को इतना डर क्यों लगता था.
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Vicky Kaushal suffered sleep paralysis: क्या है स्लीप पैरालाइसिस?
NCBI के अनुसार, स्लीप पैरालाइसिस सोने और जागने के बीच की अवस्था में ‘लकवा’ जैसा महसूस करने की समस्या है. इस दौरान व्यक्ति अपने शरीर को कुछ मिनट के लिए हिला नहीं पाता है. वेबएमडी के मुताबिक, जब आप सोते हैं, तो मसल्स धीरे-धीरे रिलैक्स करने लगती हैं. लेकिन जब आपका दिमाग इस प्रक्रिया के अंत तक सक्रिय रहता है, तो आपको मसल्स के बंद होने का एहसास होता रहता है. जिसमें आप हाथ-पैर हिलाने या बोलने में असक्षम होते हैं. ऐसे ही नींद खुलने के बाद भी जब मसल्स असक्रिय होती हैं और दिमाग जाग जाता है. तो भी आपको हिलने और बोलने में दिक्कत होती है. यह समस्या कुछ मिनट तक चलती है और अधिकतर लोगों को जीवन में एक या दो बार ही स्लीप पैरालाइसिस का अनुभव होता है.
स्लीप पैरालाइसिस से क्यों डरने लगते हैं लोग?
स्लीप पैरालाइसिस में आप शरीर हिला नहीं पाते या बोल नहीं पाते. जिसके कारण आपको असहजता और डर लगने लगता है. वहीं, NCBI पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्लीप पैरालाइसिस (Vicky Kaushal suffered sleep paralysis) में मरीज को मतिभ्रम होने लगता है कि कोई उसके कमरे में मौजूद है और उसे मारना चाहता है. इसके अलावा, उसे लगता है कि कोई उसके सीने पर दबाव डाल रहा है. ये सभी भ्रम या बुरे सपने उन्हें बेहद डरा देते हैं. इस डरावनी बीमारी के एहसास से ही मरीजों की रूह कांपने लगती है.
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Sleep Paralysis Symptoms: स्लीप पैरालाइसिस के लक्षण और कारण
NHS के मुताबिक, स्लीप पैरालाइसिस के लक्षण (symptoms of sleep paralysis) निम्नलिखित हो सकते हैं.
नींद से जाग जाना, लेकिन आंख न खोल पाना, शरीर हिला न पाना या बोल न पाना
कमरे में किसी व्यक्ति के होने का एहसास
किसी के द्वारा दबाव महसूस करना
डर लगना, आदि
Sleep Paralysis Causes: स्लीप पैरालाइसिस के कारण
NHS के मुताबिक, स्लीप पैरालाइसिस होने के पीछे दिमाग व नींद से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. हालांकि, स्पष्ट कारण अभी तक पता नहीं लग पाया है.
इंसोम्निया
अनियमित सोने का समय
नार्कोलेप्सी – यह एक समस्या होती है, जिसमें मरीज अचानक सो जाता है
पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर
एंग्जायटी डिसऑर्डर
पेनिक डिसऑर्डर
स्लीप पैरालाइसिस की फैमिली हिस्ट्री, आदि
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Sleep Paralysis Treatment: स्लीप पैरालाइसिस का इलाज
NCBI की रिपोर्ट के मुताबिक, स्लीप पैरालाइसिस के इलाज की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि यह एक या दो बार के बाद खुद ही ठीक हो जाता है. हालांकि, अगर आपको इससे ज्यादा बार स्लीप पैरालाइसिस का सामना करना पड़ रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करें. वो आपको इसके मैनेटमेंट (Sleep Paralysis Management) के तरीके बता सकता है. जैसे-
सोने और जागने का टाइम फिक्स करना.
आरामदायक तकिया और बिस्तर लेना.
शांत और अंधेरे वाली जगह पर सोना.
सोने से पहले दिमाग को शांत रखने के तरीके अपनाना.
कैफीन और एल्कोहॉल का सेवन ना करनाय
सोने से कुछ समय पहले ही टीवी, मोबाइल या अन्य गैजेट्स का इस्तेमाल ना करना. आदि
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.