रिपोर्ट-अभिषेक जायसवालवाराणसी: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Aaditynath) ने मठ मंदिरों और उसमें सेवा करने वाले पण्डित और पुरोहितों के लिए संरक्षण के लिए पुरोहित कल्याण बोर्ड के गठन का ऐलान किया था. सीएम योगी ने इस बोर्ड के नियमावली को तैयार करने की जिम्मेदारी अब काशी (Kashi) के विद्वानों को दी है. काशी विद्वत परिषद की 11 सदस्यीय टीम यूपी में गठन होने वाले इस बोर्ड का प्रारूप तैयार करेगी. जिसमें हिन्दू धर्म से जुड़े सभी पंथों का ख्याल रखा जाएगा. काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि बोर्ड की नियमावली ऐसी होगी जिससे गरीब ब्राह्मण और पुरोहित सभी को लाभ मिल सके. इसके लिए शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के मार्गदर्शन में बने तमिलनाडु और केरल के पुरोहित कल्याल बोर्ड के नियमावली को पढ़ा जाएगा और उसके कुछ अंश को भी इसके नियमावली में शामिल किया जा सकता है.
इसके अलावा विद्वत परिषद की टीम वाराणसी,अयोध्या,मथुरा,गोरखपुर के अलावा दूसरे जिलों के संतों और पुरोहितों के साथ बैठक कर सुझाव लेगी. उसके बाद किन चीजों को इसके नियमावली में शामिल किया जाए उस पर भी विद्वानों की टीम मंथन करेगी. एक महीने में पुरोहित कल्याण बोर्ड के नियमावली को अंतिम रूप दिया जाएगा फिर बैठक में इसमें क्या कुछ सुधार किया जाए उस पर विचार होगा.
पुजारियों को देगा प्रशिक्षणप्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि बोर्ड के नियमावली में पुरोहितों के संरक्षण के साथ उनके प्रशिक्षण के लिए भी व्यवस्था होगी. पूजा पद्धति के अलावा दूसरे हुनर भी उन्हें सिखाए जाएंगे उसके लिए भी एक कमिटी होगी. इसके अलावा मठ मन्दिरों के सम्पति को कैसे सुरक्षित रखा जाए और उत्तराधिकारी बनने को लेकर विवाद की स्थिति न हो इसके लिए भी नियम तय किए जाएंगे.
पुरोहितों को मिलेगा फायदाविद्वत परिषद के सदस्य और बीएचयू (BHU) के प्रोफेसर विनय पांडेय ने बताया कि इस बोर्ड के गठन से पूरे प्रदेश के पण्डित और पुरोहितों को फायदा मिलेगा और उनके जीवन स्तर में सुधार भी होगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |FIRST PUBLISHED : June 29, 2022, 11:50 IST
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