वाराणसी. उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) में देशभर के मनोचिकित्सकों का महामंथन जारी है. बीएचयू (BHU) के स्वतंत्रता भवन में आयोजित इस नेशनल सेमिनार में देश के अलग-अलग राज्यों से करीब 1500 डॉक्टर इस महामंथन में शामिल हुए हैं. कोरोना (Corona) के बाद अचानक बढ़े मानसिक समस्याओं को लेकर ये डॉक्टर चार दिन मंथन करेंगे. इसके अलावा इलाज की नई तकनीक और उसे कैसे हर राज्य के हर जिले में अपनाया जाए- इस पर भी विस्तार से चर्चा हो रही है.इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट साइकियाट्री द्वारा इस कार्यक्रम को 24 नवंबर से शुरू किया है, जो 27 नवंबर तक चलेगा. डॉ वेणु गोपाल झंवर ने बताया कि मानसिक रोगों से कैसे आम लोगों को निदान दिलाया जाए और कैसे इस बीमारी पर लगाम लगे – इसपर एक्सपर्ट अपनी राय देशभर से आए डॉक्टरों को दे रहे हैं. चार दिनों के इस महामंथन में अलग-अलग सत्रों में विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी. वाराणसी में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में 1500 डाक्टरों के अलावा 25 से ज्यादा स्वास्थ्य सेवा कंपनियां और 100 से अधिक फैकल्टी भी इस कॉन्फ्रेंस में भाग ले रहे हैं.
बता दें कि कोरोना के बाद मानसिक समस्याओं के मरीज तेजी से बढ़े हैं. इसमें बच्चे भी शामिल हैं. डॉक्टर अनु कांत मित्तल ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में उनपर भी एक सत्र में चर्चा होगी. इसके अलावा देश में अलग-अलग जगह पर जो रिसर्च हुई है, उसे प्रस्तुत कर जानकारी का आदान प्रदान भी किया जा रहा है. डॉ अनु कांत मित्तल ने बताया कि मानसिक रोग का इलाज संभव है. इस बीमारी के खिलाफ जागरूकता के लिहाज से भी इस कॉन्फ्रेंस को किया जा रहा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : November 25, 2022, 19:14 IST
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