Varanasi: काशी के मंदिर की अनोखी परंपरा, भगवान को टॉफी बिस्किट का प्रसाद चढ़ाते हैं भक्त

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Varanasi: काशी के मंदिर की अनोखी परंपरा, भगवान को टॉफी बिस्किट का प्रसाद चढ़ाते हैं भक्त



वाराणसी. काशी (Kashi) मंदिरों का शहर है और यहां कई ऐसे मंदिर हैं जिनका अपना अलग ही ऐतिहासिक महत्त्व है. इन मंदिरों के बीच शहर में एक ऐसा अनोखा मंदिर भी है, जहां भगवान को अनोखा भोग लगाया जाता है. यहां भक्त भगवान को बिस्किट, टॉफी, लॉलीपॉप का प्रसाद चढ़ाते हैं. रविवार और मंगलवार को बड़ी संख्या में भक्त हाथों में इस अनोखे प्रसाद को लेकर भगवान शंकर के रुद्र अवतार बटुक भैरव भगवान के दर पर पहुंचते हैं. वाराणसी (Varanasi) के कमच्छा क्षेत्र में बाबा का प्राचीन मंदिर है.टॉफी बिस्किट के अलावा यहां भगवान को विशेष दिनों पर शराब और मांस का भोग भी लगाया जाता है. फिर इन्हीं चीजों को मंदिर की ओर से भक्तों में प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है. मंदिर के महंत जितेंद्र मोहन पूरी ने बताया कि बटुक का अर्थ होता है बालक और इनकी उम्र है 5 वर्ष. लिहाजा जिस तरह एक बच्चे को प्यार और दुलार दिया जाता है, वैसे ही भक्त अपने आराध्य के लिए टॉफी, बिस्किट लेकर यहां आते हैं और उन्हें चढ़ाकर अपनी मनचाही मुरादें भगवान के सामने रखते हैं.
मान्यता है कि जो भी भक्त यहां आकर भगवान बटुक भैरव को टॉफी बिस्किट का प्रसाद चढ़ाता है, उसके संतान के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, बटुक भैरव को भगवान शिव और काली का पुत्र माना गया है. उन्हें बाल विशेश्वर भी कहा जाता है.
मंदिर में दर्शन करने आए भक्त विकास कुमार ने बताया कि यहां दर्शन पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और यही वजह है कि वो नित्य दिन यहां दर्शन के लिए आते हैं. बताते चले कि इस मंदिर में भगवान भैरव की दो मूर्तियां हैं.
इस मंदिर का शिखर गुंबद के आकार का है. इसके अलावा गुंबद के चारों तरफ कोनों पर चार छतरियां हैं. इसके अलावा मंदिर में हवन कुंड भी है जहां लोग पूजा अनुष्ठान करते हैं. रविवार और मंगलवार के अलावा भैरव अष्टमी के दिन यहां भक्तों का तांता लगा रहता है. इस मंदिर में दूसरे राज्यों से भी बड़ी संख्या में भक्त दर्शन पूजन के लिए आते हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 16:18 IST



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