Last Updated:February 27, 2025, 16:33 ISTकानपुर में 10 साल से अधूरा पड़ा स्व. अटल बिहारी वाजपेयी सभागार अब तक पूरा नहीं हुआ. जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने निरीक्षण कर अधिकारियों को फटकार लगाई और सितंबर 2025 तक पूरा करने का निर्देश दिया.X
ऑडिटोरियम का निरीक्षण करते डीएम.हाइलाइट्सकानपुर में 10 साल से अधूरा सभागार अब तक पूरा नहीं हुआ.डीएम ने निरीक्षण कर अधिकारियों को फटकार लगाई.सितंबर 2025 तक प्रोजेक्ट पूरा करने का निर्देश.कानपुर: सरकार हर परियोजना को समय पर पूरा करने के निर्देश जारी करती है, ताकि योजनाएं तय समय पर पूरी हों. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कानपुर में एक महत्वपूर्ण योजना पिछले 10 सालों से अधूरी पड़ी है. यह कोई साधारण योजना नहीं, बल्कि शहर के विकास से जुड़ी एक महत्वपूर्ण परियोजना है—एक ऑडिटोरियम का निर्माण, जो अब तक पूरा नहीं हो सका. जब जिलाधिकारी ने अचानक इसका निरीक्षण किया, तो वे भी हैरान रह गए.
10 सालों से अधूरा पड़ा ऑडिटोरियम कानपुर के चुन्नीगंज स्थित जीआईसी मैदान में बन रहा स्व. अटल बिहारी वाजपेयी सभागार 10 साल बाद भी अधूरा पड़ा है. यह परियोजना साल 2015 में शुरू हुई थी, जिसकी लागत 8.63 करोड़ रुपये तय की गई थी. लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ. इस देरी से नाराज जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.
निरीक्षण के दौरान डीएम भी रह गए हैरानजब जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने इस प्रोजेक्ट का जायजा लिया और उन्होंने मौके पर मौजूद यूपी सिडको के अधिकारियों से इसकी जानकारी ली, तो वे खुद भी चौंक गए. अधिकारियों ने बताया कि अब तक 4 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन फिर भी काम अधूरा है. इस पर नाराज डीएम ने सवाल किया—”आखिर 10 साल में क्या किया गया?” उन्होंने यूपी सिडको के एमडी को निर्देश दिए कि इस प्रोजेक्ट की उच्च स्तरीय समीक्षा कराई जाए और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो. जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस परियोजना में देरी का सबसे बड़ा कारण अधिकारियों की लापरवाही है. पहले यह प्रोजेक्ट यूपी सिडको के तहत विभागीय पद्धति से बनाया जाना था, लेकिन जब यह पूरा नहीं हो सका, तो इसे एक निजी कंपनी को सौंप दिया गया. हालांकि, निजी कंपनी भी इसे समय पर पूरा करने में नाकाम रही.
सितंबर 2025 तक पूरा करने का वादामौके पर मौजूद अधिकारियों ने डीएम को भरोसा दिलाया कि सभागार का निर्माण सितंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन जिलाधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि अब किसी भी हालत में देरी बर्दाश्त नहीं होगी. अगर प्रोजेक्ट तय समय पर पूरा नहीं हुआ, तो दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जनता को हो रही परेशानीसभागार का निर्माण पूरा न होने से कानपुर की जनता को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यह सभागार बन जाने से सरकारी कार्यक्रमों और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए एक बेहतरीन स्थल मिलता, लेकिन वर्षों की देरी के कारण लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. अब देखना यह है कि क्या यह बहुप्रतीक्षित परियोजना सितंबर 2025 तक पूरी हो पाएगी या नहीं.
Location :Kanpur Nagar,Uttar PradeshFirst Published :February 27, 2025, 16:33 ISThomeuttar-pradeshवाह रे लापरवाही! 10 सालों से लटका करोड़ों का प्रोजेक्ट, डीएम के निरीक्षण में