सौरव पाल/मथुरा. वृंदावन की भूमि को भगवान कृष्ण की भूमि कहा जाता है. कृष्ण जी 16 कलाओं में निपुण माने जाते हैं, उन्हीं की धरती वृंदावन में 4 दिवसीय रंग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. 29 अक्टूबर से शुरू होने वाला यह कार्यक्रम 1 नवंबर तक चलेगा. यह महोत्सव अपने आप में अद्भुत और अनूठा है जिसमें नृत्य और नाटक की कला देखने को मिलेगी. इस महोत्सव में राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को राष्ट्रीय सम्मान भी प्रदान किया जाएगा.
वृंदावन में बांसुरी ग्रुप द्वारा आयोजित रंग महोत्सव के संस्थापक विनय गोस्वामी ने बताया कि यह तीसरा रंग महोत्सव वृंदावन में 29 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच आयोजित किया जायेगा. जिसमें करीब 15 राज्यों से 400 अधिक थियेटर के कलाकार शामिल होंगे जो की अपने राज्य की सांस्कृतिक धरोहर के साथ-साथ अपने अभिनय कला का कौशल भी वृंदावन में आ कर दिखायेंगे. इस बार यह महोत्सव 4 दिन का आयोजित किया जायेगा. जिसमें हर दिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. साथ ही यह कार्यक्रम वृंदावन शोध संस्थान के मंच पर आयोजित किया जाएगा.
यह रहेगा 4 दिन का कार्यक्रम
इन चार दिनों में अभिनय, नाट्य, एकल अभिनय और नृत्य प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी. पूरा कार्यक्रम 2 सत्रों में आयोजित किया जाएगा. जिसमें पहला सत्र सुबह 10 बजे से और दूसरा सत्र शाम 5 बजे से आयोजित किया जाएगा.
29 अक्टूबर को पहले सत्र में उद्घाटन समारोह के साथ नृत्य समारोह आयोजित किया जाएगा. जिसमें शास्त्रीय नृत्य कला के कई बड़े कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे और दूसरे सत्र में एकल अभिनय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा.
30 अक्टूबर यानी दूसरे दिन सामूहिक नृत्य समारोह और एकल नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा.
31 अक्टूबर को एकल अभिनय और नृत्य प्रतियोगिता के साथ नाट्य और सामूहिक नृत्य समारोह का आयोजन दोनों सत्रों में किया जाएगा.
01 नवंबर यानी अंतिम दिन पुरुस्कार वितरण के साथ ब्रज और पूरे देश के 35 ऐसे लोगों का सम्मान किया जाएगा. जिन्होंने कला, साहित्य, शिक्षा, व्यवसाय के क्षेत्र में काम कर उसमे अपना नाम हासिल किया है.
.Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : October 29, 2023, 08:04 IST
Source link