हाइलाइट्ससमाजवादी पार्टी उपचुनाव के टिकटों के बंटवारे में इस बार यूथ पर ज़्यादा फोकस कर रही हैजातीय समीकरण के साथ-साथ क्षेत्रीय और भौगोलिक समीकरण को भी तवज्जो दी जा रही हैलखनऊ. समाजवादी पार्टी उपचुनाव के टिकटों के बंटवारे में इस बार यूथ पर ज़्यादा फोकस कर रही है. जातीय समीकरण के साथ-साथ क्षेत्रीय और भौगोलिक समीकरण को भी तवज्जो दी जा रही है. अभी तक तय नामों में ज्यादातर सीटों पर यूथ ही पर सपा दाव लगा रही है. कटेहरी, कुंदरकी, मिल्कीपुर, खैर और मंझनपुर में युवा ही सपा का चेहरा होगा. हालांकि इसमें से अधिकतर जीते हुए सांसदों के परिवार के ही सदस्य हैं.
लोकसभा चुनाव में जीत के सिलसिले को बरकरार रखने के लिए अखिलेश यादव कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं. अब उन्होंने पीडीए विस्तार की पृष्ठभूमि में यूथ कार्ड खेलने की तैयारी शुरू कर दी है. इसमें प्रत्याशी युवा तो मुद्दे भी युवाओं से जुड़े हुए होंगे. उनके लिए मिल्कीपुर प्रतिष्ठा का सवाल है तो कटेहरी और कानपुर की सीसामऊ भी प्रतिष्ठा से जुड़ी हुई सीट है. दस सीटों पर चुनाव अब सपा के लिए चुनौतीपूर्ण हैं. भारतीय जनता पार्टी इन मिनी चुनाव में अपना वर्चस्व चाहती है. ऐसे में हर सीट पर कांटे की टक्कर हो तो कोई आश्चर्य नहीं है. बीजेपी ने कद्दावर नेताओं को उतार कर हर सीट पर सपा की घेराबंदी शुरू की है. इसकी काट के लिए सपा ने लोकसभा चुनाव जैसी ही रणनीति पर काम करने की तैयारी कर रही है.
इन युवाओं को उपचुनाव में मौकाफैजाबाद लोकसभा क्षेत्र की मिल्कीपुर में सपा युवा नेता अजीत प्रसाद को मौका दिया जा सकता है, वे सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं. वह अब प्रचार में भी लग गए हैं. पिता व सांसद अवधेश प्रसाद की सीट को बरकरार रखने में उन्हें खासी मशक्कत करनी पड़ेगी, क्योंकि इस सीट को जीतने के लिए भाजपा ने भी कोई कसर नहीं छोड़ रखी है. पड़ोस की कटेहरी सीट पर भी सपा ने युवा नेता छाया वर्मा को उतारने का मन बनाया है. वह अम्बेडकर नगर से सांसद लालजी वर्मा की बेटी हैं. छाया यूथ से जुड़े मुद्दों पर फोकस कर रही हैं. कानपुर नगर की सीट और करहल सीट पर भी संयोगवश युवा चेहरे पर ही सपा दांव लगाएगी। करहल सीट से अखिलेश यादव के भतीजे व पूर्व सांसद तेज़ प्रताप को उतारने की तैयारी है. सीसामऊ में इरफान सोलंकी की पत्नी प्रत्याशी के रूप में सामने आ रही हैं. यूपी की जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें गाजियाबाद, फूलपुर, मीरापुर, करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, मझवां, कटेहरी, और खैर शामिल हैं.
सपा कांग्रेस को अधिकतम 2 सीट दे सकती है लोकसभा चुनाव की तरह ही उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में भी समावजदी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत मैदान में उतरना चाहती है. इसके लिए सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर बात भी हो रही है. हालांकि कांग्रेस पांच सीटों की डिमांड कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि वो उन पांच सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है जहां 2022 में NDA की जीत हुई थी. हालांकि समाजवादी पार्टी कांग्रेस को अधिक से अधिक दो सीट ही देना चाहती है. दरअसल, समाजवादी पार्टी चाहती है कि वह इस उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए ऐसा घेरा तैयार करे, जिससे निकलना मुश्किल हो. शायद यही वजह है कि PDA के फॉर्मूले के साथ समाजवादी पार्टी “यूथ की गुगली” भी फेंकना चाह रही है.
Tags: Akhilesh yadav, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 08:21 IST