मैनपुरीः यूपी में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है. सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. इस उपचुनाव में सबसे ज्यादा हॉट सीट मैनपुरी की करहल सीट को माना जा रहा है. जहां एक तरफ सपा ने तेजप्रताप यादव को मैदान में उतारा है तो वहीं बीजेपी ने भी सपा के सांसद धमेंद्र यादव के बहनोई अनुजेश प्रताप यादव को मैदान में उतारा है. जिससे करहल सीट पर चुनावी घमासान तेज हो गया है. क्या समाजवादी पार्टी का गढ़ कही जाने वाली करहल सीट पर बीजेपी सेंध लगा पाएगी.
मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) का सात बार कब्जा रहा है. इस विधानसभा सीट से 1985 में दलित मजदूर किसान पार्टी के बाबूराम यादव, 1989 और 1991 में समाजवादी जनता पार्टी (सजपा) और 1993, 1996 में सपा के टिकट पर बाबूराम यादव विधायक चुने गये. साल 2000 के उपचुनाव में सपा के अनिल यादव, 2012 और 2017 में बीजेपी के टिकट पर सोवरन सिंह यादव विधायक चुने गए. करहल विधानसभा सीट से 2017 के चुनाव में सपा ने सोवरन सिंह यादव पर ही भरोसा जताया. सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे सोवरन सिंह यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के रमा शाक्य को 40 हजार से अधिक वोट के बड़े अंतर से शिकस्त दी थी.
यह भी पढ़ेंः टी शर्ट पर लिखा था- जय श्री राम, युवक रोड पर लगाए था ठेला, अचानक ग्राहक ने पूछा नाम, सुनते ही हुआ आग बबूला
करहल विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां साढ़े तीन लाख से अधिक मतदाता हैं. अनुमान के मुताबिक इस विधानसभा क्षेत्र में यादव मतदाताओं की बहुलता है. शाक्य, ठाकुर, ब्राह्मण, लोधी और एससी मतदाता भी इस सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाते हैं. करहल विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं. इस लिहाज से करहल सीट पर जातिगत समीकरण भी प्रत्याशियों के जीत और हार का अनुमान लगाने में सटीक बैठते हैं.
2024 में होने वाले उपचुनाव में इस बार सपा ने तेज प्रताप सिंह यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. बीजेपी ने भी इस बार सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के बहनोई अनुजेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है. जिससे करहल सीट का चुनाव और भी गहरा नजर आ रहा है. एक तरफ सपा सांसद धर्मेंद्र यादव का भतीजा तेज प्रताप मैदान में है, तो वहीं दूसरी तरफ धर्मेंद्र यादव के बहनोई अनुजेश प्रताप यादव चुनावी मैदान में हैं. दोनों प्रत्याशियों को लेकर करहल की जनता भी अपनी नजर बनाए हुए है और आने वाले चुनाव में ही जनता अपने मन की बात करेगी.
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जनपद के करहल विधानसभा का उपचुनाव भले ही छोटा हो, लेकिन पूरे उत्तर प्रदेश में इस करहल विधानसभा सीट की चर्चा है. यह विधानसभा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सांसद बनने के बाद छोड़ी है. अब इस विधानसभा पर रिश्ते में फूफा और भतीजा दोनों बड़ी पार्टियों से आमने-सामने हैं, सबसे खास बात है कि सबसे बड़ी के वोट बैंक में कौन अपना कब्जा जमेगा यह तो 23 नवंबर को ही पता चलेगा जब चुनाव का रिजल्ट आएगा.
Tags: Assembly by election, Mainpuri News, UP newsFIRST PUBLISHED : October 26, 2024, 16:28 IST