रिपोर्ट – निखिल त्यागी
सहारनपुर. सहारनपुर औद्यानिक परीक्षण केंद्र उद्यान में किसानों को पौधा उपलब्ध कराने में और अलग-अलग तरह के परीक्षण देने में अग्रणी रहा है. सरकार की और से इसके महत्व को देखते हुए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर फूड एंड वेजिटेबल्स की स्थापना कराई जा रही है. जिसमें कई हाईटेक नर्सरी फूड और वेजिटेबल्स की बनाई जा रही. इस हाईटेक नर्सरी में 12 महीने सब्जी की पौध किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी. यह नर्सरी पूर्ण रूप से ऑटोमेटिक रहेगी. जिसमें तापमान और नमी को नियंत्रित रखा जाएगा.
संयुक्त निदेशक सुरेश कुमार ने बताया कि जो भी पौध यहां तैयार कराई जाएगी. वह मिट्टी रहित माध्यम की होगी. जिसका फायदा यह रहेगा जैसे कि ज्यादातर जो भी बीमारी मिट्टी में आती है. वह पौधों में नहीं आएगी. यहां से जो भी पौध बनाई जाएगी. वह पूर्ण रूप से स्वस्थ रहेगी.
किसान का बचेगा समय और बढ़ेगी आयसुरेश कुमार के मुताबिक, बरसात के मौसम में किसान पौध नहीं तैयार कर पाता है. किसान वह समय बचाने के लिए अपना बीज इस नर्सरी में दे सकेगा. यहां से अच्छी गुणवत्ता की पौध तैयार करके किसान को दे दी जाएगी. किसान यहां से पौध लेकर सीधा अपने खेत में लगा सकता है. जिससे कि किसान की खेती का उत्पादन बढ़ेगा और किसान को मुनाफा होगा.
रंगीन आम की खेती से बढ़ेगा निर्यातसंयुक्त निदेशक ने बताया आम की बहुत सारी प्रजाति ऐसी है जो रंगीन है. जिनकी मांग विदेशों में बहुत ही ज्यादा है और उनका निर्यात बहुत ज्यादा मात्रा में किया जा सकता है. ऐसी प्रजातियों को यहां के किसानों को देने के लिए naturally ventilated plant बनाया जा रहा है. जिसमें रंगीन आम की पौध तैयार करके किसानों को पॉलीबैग में उपलब्ध कराई जाएगी.यहां पर एक समस्या किसानों के साथ हमेशा से बनी रही है. जैसे यहां की आम पौध दशहरी चौसा लंगड़ा आदि है. यह पौध एक साल फलती है और दूसरे साल नहीं फलती है. इसी को देखते हुए यहां नई हाइब्रिड रंगीन आम की वैरायटी तैयार की जाएगी. जो हर साल फलेगी. इन पौधों के जीवित रहने की क्षमता अधिक रहेगी. किसानों को ऐसी नई पौध मिलेगी जिसकी विदेशों में निर्यात की संभावना ज्यादा है. जिससे कि किसानों को लाभ होगा और किसानों की आय दोगुनी होगी.
किसान को कार्य करने में रहेगी आसानीसुरेश कुमार ने बताया किसानों को प्रदर्शन के लिए रंगीन आम की प्रजाति का एक ब्लॉक भी तैयार किया गया है. जिसमें हर साल फलने वाली प्रजातियां तैयार करी जाएंगी. जिनके पेड़ का साइज छोटा होगा. जिससे कि किसान को कार्य करने में आसानी रहेगी. उन्होंने बताया की जल्द ही इसमें उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : November 19, 2022, 10:04 IST
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