इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के पैरा मेडिकल विज्ञान कॉलेज के फर्स्ट ईयर के छात्र करुणानिधि शर्मा ने फांसी लगा कर जान दे दी. इस घटना से कॉलेज में हड़कंप मच गया. इटावा के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सतपाल सिंह ने मेडिकल छात्र के आत्महत्या कर लेने की पुष्टि करते हुए बताया कि शाम 5 बजे के करीब स्थानीय सैफई थाना पुलिस को इस बात की जानकारी मिली. छात्र के रूम से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है जिसकी जांच फॉरेंसिक टीम करने में लगी हुई है.क्रा
फिलहाल पुलिस ने छात्र के शव को सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी की मोर्चरी में रखवा दिया है. छात्र के आत्महत्या कर लेने के मामले की गहनता से जांच की जा रही है. मेडिकल छात्र के आत्महत्या कर लेने की घटना के बाद इटावा मुख्यालय से डीएम अवनीश राय और एसएसपी जयप्रकाश सिंह फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर जांच करने के लिए पहुंचे. छात्र के आत्महत्या करने के कारणों का सही सही पता नहीं चल रहा है लेकिन बरामद हुए सुसाइड नोट से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि छात्र ने आत्महत्या करने के कारणों का जिक्र जरूर किया होगा.
पुलिस ने सुसाइड नोट को जब्त कर रख लिया है जिसका विवरण नहीं दिया है. आत्महत्या करने वाला छात्र 22 साल का करुणानिधि शर्मा रायबरेली जिले के थाना जगतपुर पोस्ट खुदाई निवासी था. करुणानिधि शर्मा 2021 बैच में हॉस्टल ब्लॉक नंबर 5 के कमरा नंबर 206 में रह कर सिटी स्कैन की पढ़ाई कर रहा था. आत्महत्या करने वाला मेडिकल छात्र करुणानिधि शर्मा सोमवार शाम अपनी छुट्टी खत्म कर वापस कॉलेज लौटा था.
इससे पहले भी पिछले साल 20 अगस्त को कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र हिमांशु गुप्ता ने अपने कमरे में फांसी लगाकर की आत्महत्या कर ली थी. इस आत्महत्या को पुलिस और जिला प्रशासन ने संयुक्त जांच में आत्महत्या मान करके क्लीन चिट दे दी थी लेकिन हिमांशु की मां सरिता गुप्ता ने अदालत के आदेश पर सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के डीन समेत करीब 9 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है.
हिमांशु गुप्ता का शव शाक्य मुनि छात्रावास के रूम नंबर 209 में फंदे पर लटका मिला था. मां सरिता गुप्ता ने खुला आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी के डीन डॉ. पी.के. जैन, डॉ अजय, डॉ.एम.एम.श्रीवास्तव, डॉ.जयंत वर्मा, सिक्यूरिटी गार्ड और चार अन्य लोगों ने उनके बेटे हिमांशु को हत्या का शव फांसी पर लटका दिया था. मुख्यमंत्री के आदेश पर जिला प्रशासन ने जांच करके हिमाशुं की मौत को आत्महत्या करार दिया था लेकिन हिमांशु की मां ने इसको स्वीकार नहीं किया जिसके बाद उन्होंने अदालत की शरण ली.
हिमांशु गुप्ता गोरखपुर का रहने वाला था. जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए थे. जिस पर इटावा के डीएम अवनीश राय और एसएसपी जयप्रकाश सिंह ने संयुक्त रूप से जांच कर पूरे प्रकरण को आत्महत्या करार दिया था क्योंकि हिमांशु गुप्ता ने अपने एक व्हाट्सएप नंबर से दूसरे व्हाट्सएप नंबर पर ढेर सारे मैसेज आत्महत्या से जुड़े हुए लिखे थे लेकिन उसने आत्महत्या क्यों कर ली जिसका इस बात का कोई जिक्र नहीं किया. इसी को लेकर के हिमांशु की मां सरिता की शिकायत थी.
बहरहाल मेडिकल छात्र करुणानिधि की आत्महत्या कर लेने की घटना के बाद कॉलेज प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. करुणानिधि के परिजनों को इस बात की जानकारी दे दी गई है. वह रायबरेली से सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए रवाना हो गए हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Saifai Medical University, Saifai News, SuicideFIRST PUBLISHED : January 10, 2023, 22:30 IST
Source link