नोएडा: वैसे तो इंजीनियरिंग हमेशा अपने कमाल के दम पर तारीफ और पुरस्कार पाती रहती है. लेकिन कभी-कभी ऐसा मौका भी आता है कि विफलताओं के लिए लोग याद करते हैं. उत्तर प्रदेश का शो विंडो कहे जाने वाला शहर नोएडा में भी इंजीनियरिंग का एक ऐसा ही नमूना मौजूद है. जिसको देखकर हर दिन लोग इंजीनियर और उसके कार्य को कोसते हैं. एक ऐसा निर्माण जो लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है.नोएडा शहर के सेक्टर-62 से नोएडा सिटी सेंटर की तरफ या ग्रेटर नोएडा वेस्ट से सिटी सेंटर की तरफ जब आप बढ़ते हैं. तो आपको सुबह और शाम अक्सर सड़कों पर भीषण ट्रैफिक दिखती होगी. उस वक्त आपको सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन पर जरूर रुकना पड़ता होगा. क्योंकि 5.9 मीटर लंबा और चार फिट मोटा पिलर आपको सड़क के बीचों बीच मिलता है. इससे लोगों को काफी मुश्किल झेलनी पड़ती है. साथ ही दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है. आम जनता को हो रही इस दिक्कत को देखते हुए दिल्ली मैट्रो रेल कॉरपोरेशन ने इस पिलर को शिफ्ट करने की बात तो कही थी. लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी यह पिलर जस का तस खड़ा है.डीएमआरसी और अथॉरिटी के बीच तनातनीडीएमआरसी के चीफ एक्सक्यूटिव डायरेक्टर (CED) का कहना है कि, यह सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक और दो को जोड़ने के लिए फूट ओवर ब्रिज बनाया गया था. उसका पिलर है. ब्रिज का निर्माण साल 2019 में कर दिया गया था बाद में अंडरपास बना जिसके कारण इस पिलर की प्रसंगिगता खत्म हो चुकी है. इसको बनाने के लिए सारी औपचारिकता पूरी की गई थी.डीएमआरसी ने कई बार चिट्ठी लिखकर उससे होने वाली समस्या के बारे में बताया गया था. लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. वहीं नोएडा अथॉरिटी के उप महाप्रबंधक श्रीपाल भाटी का कहना है कि, साल 2021 में अंडरपास को बनाया गया था. इस पिलर को हटाने के लिए डीएमआरसी से बात चल रही है. जल्द ही इसको शिफ्ट कर दिया जाएगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 28, 2023, 08:59 IST
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