Last Updated:March 04, 2025, 09:44 ISTEtawah News: इटावा में 7924 किसानों से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 30 करोड़ रुपए की राशि वापस ली जाएगी. इन किसानों ने आयकरदाता होते हुए भी योजना का लाभ लिया था. इन लाभार्थी किसानों से धनराशि वापस लेन…और पढ़ेंX
इटावा : आयकरदाता 7924 किसानों से वापस होगी किसान सम्मान निधि की करीब तीस करोड़ रहाइलाइट्स7924 किसानों से 30 करोड़ की किसान सम्मान निधि वापस ली जाएगी.सत्यापन प्रक्रिया के बाद किसानों को नोटिस भेजा जाएगा.इटावा में 279461 किसान लाभार्थी के रूप में शामिल हैं.
इटावाः उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में आयकरदाता 7924 किसानों से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की करीब तीस करोड़ रुपए की रकम वापस ली जाएगी. कृषि विभाग और राजस्व विभाग की इस कार्यवाही के बाद इटावा में हड़कंप मचा हुआ है. इटावा के उप कृषि निदेशक आर.एन.सिंह बताते हैं कि इटावा में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 279461 किसान लाभार्थी के रूप में शामिल हैं. इनमें से 7924 ऐसे किसान पाए गए हैं, जिनके नाम इनकम टैक्स पेयर दायरे में हैं.
इनकम टैक्स पेयर दायरे में आने के कारण 7924 किसानों से प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के सभी 19 किस्तें वापस ली जायेगी. इन लाभार्थी किसानों से धनराशि वापस लेने के लिए सत्यापन प्रकिया शुरू कर दी गई है, राजस्व विभाग ओर कृषि विभाग की संयुक्त टीम के माध्यम से सभी की गहन जांच की जा रही है. जांच का दायरा ऑनलाइन रखा गया है.
7924 किसानों के खाते में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की 19 वीं किस्त तक पहुंच गई है. प्रति किसान खाते में एक साल में 6000 रुपए दिए जाते हैं. एक अनुमान के अनुसार किसानों के खाते में तीस करोड़ 11 लाख 12 हजार रूपये पहुंचे हुए हैं.
प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की शुरुआत 2019 के संसदीय चुनाव से पहले हुई थी. जब इस योजना की शुरुआत हुई थी तब लाभार्थी किसानों से शपथ पत्र के जरिए राजस्व विभाग के कर्मियों के माध्यम से डाटा एंट्री की गई थी, लेकिन इनकम टैक्स लाभार्थी होने के बावजूद भी किसानों का डाटा प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना में शामिल कर लिया गया. जब आधार कार्ड के माध्यम से जांच की गई तो पाया गया कि किसानों ने गलत ढंग से न केवल शपथ पत्र दिया, बल्कि इस तथ्य को छुपा लिया कि वो इनकम टैक्स पेयर नहीं हैं.
अभी इन सभी लाभार्थी किसानों का राजस्व विभाग और कृषि विभाग की ओर से संयुक्त रूप से सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन के साथ ही लाभार्थी किसान से प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की राशि को वापस करने के लिए भी कहा जा रहा है, जो किसान प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की राशि को वापस नहीं कर रहे हैं उनको नोटिस के माध्यम से जानकारी दी जा रही है.
सबसे पहले सत्यापन प्रक्रिया के माध्यम से सभी किसानों को हिदायत देकर के रकम को वापस लेने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है. ऐसा न करने पर किसानों को शक्ति के साथ में नोटिस दिया जायेगा. केंद्र सरकार ने 1 दिसंबर 2018 से किसान सम्मान निधि योजना शुरू की.
इसमें किसानों के बैंक खाते में तीन किस्तों में छह हजार रुपये भेजे जाते हैं. शुरुआत में किसानों को स्वलिखित शपथपत्र के आधार पर लाभ दे दिया गया. इससे बहुत से अपात्र किसानों ने भी जानकारी छिपाकर लाभ ले लिया.
इटावा जिले में सम्मान निधि लेने वाले आयकर दाता, सरकारी पेंशनर, शिक्षामित्र और एक ही परिवार के कई सदस्य शामिल हैं. इस योजना का लाभ लेने वालों में किसानो में इनकम टैक्स दाखिल करने वाले तो कुछ जगह पति और पत्नी दोनों मिलकर एक साथ ले रहे थे, वहीं खेती के नाम पर नाबालिग बच्चे भी किसान सम्मान निधि का लाभ पा रहे हैं.
इटावा जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के अंतर्गत किसानों को 751 करोड़ रुपए का वितरण किया जा चुका है. प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना में गड़बड़ी को लेकर समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रदेश सचिव गोपाल यादव का कहना है कि केंद्र सरकार की यह योजना किसानों के लिए हितकर है. इटावा जैसे जिले में 750 करोड़ रुपए का वितरण योजना के तहत किसानों को किया जा चुका है. अगर इतनी बड़ी रकम खर्च कर कोई भी उद्योग इटावा में लगाया गया होता तो जाहिर है इटावा में लोगों को रोजगार मिलता ओर यहां के लोगों का इसका फायदा भी मिलता.
Location :Etawah,Uttar PradeshFirst Published :March 04, 2025, 09:42 ISThomeagricultureUP के हजारों किसानों पर बड़ा एक्शन, वापस लिया जाएगा किसान सम्मान निधि का पैसा