बारिश के बाद कौड़ियाला नदी अब भरथापुर गांव के लिए मुसीबत बनी हुई है. कौड़ियाला नदी का जलस्तर अब धीरे धीरे घटने लगा है, जिससे किसानों की धान की फसलें व जमीन नदी में समाती जा रही है. तेजी से हो रहे कटान से किसान परमानन्द की 15 बीघा जमीन, दीनानाथ की 12 बीघा, रामानंद यादव 4 बीघा, गुलजारी यादव की 5 बीघा, बैजनाथ की 3 बीघा, शिवानंद की 3 बीघा, बेचन की 12 बीघा, रामसरन की 8 बीघा, लक्ष्मी नारायण की 12 बीघा, आशा राम की 4 बीघा, मनोहर लाल वर्मा की 3 बीघा, मंसाराम की 5 बीघा, मुन्नीलाल की 9 बीघा, रामलखन की 7 बीघा, सतरोहन की 1 बीघा, सुगंती की 2 बीघा नदी की तेज कटान में समा गई है.
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