प्रज्ञा कौशिक
जौनपुर. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का कांग्रेस (Congress) सहित बड़े दलों के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा (BJP) के लिए दरवाजे खोलने वाले ओम प्रकाश राजभर (OM Prakash Rajbhar) जैसे छोटे दल अब हमारे साथ हैं. एक इंटरव्यू में News18 से अखिलेश ने यह भी कहा कि लाल टोपी पर पीएम नरेंद्र मोदी की टिप्पणी से पता चलता है कि भाजपा लाल टोपी से डरती है. पूर्व सीएम ने कहा कि वाराणसी में अंतिम दिनों में जाने के बारे में उनकी टिप्पणी भाजपा सरकार के संबंध में थी. यादव ने यह भी मांग की है कि लखीमपुर मामले में साजिश स्पष्ट होने के बाद गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटा दिया जाए. यहां पढ़ें उनके इंटरव्यू के संपादित अंशप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लाल टोपी वालों से लोगों को सावधान रहना चाहिए क्योंकि यह अराजकता और आतंकवादियों पर दया दिखाने का प्रतीक है…
पता नहीं बीजेपी लाल रंग समझती है या नहीं. वे स्वीकार कर रहे हैं कि वे लाल टोपी से डरते हैं. लाल रंग भावना और क्रांति का रंग है. जिनके जीवन में लाल रंग नहीं है, वे इसे नहीं समझेंगे. मां दुर्गा की चुनरी लाल, सिंदूर लाल है. लाल एक जीवंत रंग है. लाल टोपी जय प्रकाश नारायण ने पहनी थी. डॉ राम मनोहर लोहिया और उनके शिष्यों नेताजी (मुलायम सिंह यादव) और बृजभूषण तिवारी द्वारा संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था. ये सभी ऐसे नेता हैं जिन्होंने लाल टोपी पहनी थी और किसानों, गरीबों, युवाओं और अल्पसंख्यकों के लिए कड़ी मेहनत की और उनके लिए सम्मान हासिल करने का काम किया. संविधान का अनादर करने वालों से संविधान को बचाना समय की मांग है. और हमारे पास सिर्फ लाल नहीं है, हमारे पास ओम प्रकाश राजभर जी का पीला और हरा रंग है. जब ये लोग एक साथ आएंगे तो यूपी से एक रंग को पसंद करने वालों को हटा देंगे.
क्या आप उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करेंगे?
बड़े दलों से हमारा कोई गठबंधन नहीं होगा. अगर आप देखें तो हमारे साथ ओम प्रकाश राजभर और अन्य लोग हैं जिन्होंने बीजेपी (यूपी में) के लिए दरवाजे खोले. इस बार उन्होंने न केवल उन दरवाजों को बंद किया बल्कि उन दरवाजों को कुंडी भी लगा दी.
लखीमपुर खीरी कांड में एसआईटी ने कहा है कि यह एक सुनियोजित साजिश थी और धाराएं जोड़ी गई हैं.
अब जांच हो चुकी है और इसके आरोपित षडयंत्रकारी पाए गए हैं. वे (गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी) अब भी सरकार का हिस्सा हैं. क्या आप उन्हें उनके पद से हटाए बिना न्याय के बारे में सोच सकते हैं? इन हत्याओं ने हमें जलियांवाला बाग की याद दिलाई जहां लोगों को गोली मारी गई. इधर भाजपा नेताओं ने किसानों को पीछे से कुचल दिया. आज हर वर्ग – चाहे वह व्यापारी हो, किसान हो – हर कोई भाजपा के खिलाफ है और भाजपा इन चुनावों में हार जाएगी.
आपकी काशी की टिप्पणी का मतलब किसके लिए था?
सवाल यह नहीं है कि यह किसके लिए कहा गया. लोग काशी क्यों जाते हैं? काशी किस लिए जाना जाता है? गंगा में तैरती लाशों को किसने नहीं देखा है. दवाओं और टीकाकरण की जरूरत के बीच लोगों को छोड़ दिया गया. बीजेपी किसी के भी बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर सकती है. आज सबसे बड़े सवाल जो पूछे जा रहे हैं वे बेरोजगारी, महंगाई के हैं न कि काशी में आखिरी दिन कौन बिताएगा. सवाल सरकार के भविष्य का है (सरकार के आखिरी दिन बचे हैं). समाजवादी पार्टी को किसानों, युवाओं, महंगाई, बेरोजगारी की चिंता है और ये हमारे लिए मुद्दे हैं.
आपने काशी के आयोजनों पर बहुत कटाक्ष किया और उनमें से एक सीएम योगी द्वारा गंगा में डुबकी न लगाने पर था. आपने वह टिप्पणी क्यों की?
मुझे जानकारी मिली कि सीएम ने गंगा में डुबकी नहीं लगाई और मुझे लगता है कि मुझे पता है कि उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया. यूपी में नदियां और उन नदियों की गंदगी गंगा में जाती है, चाहे वह काली नदी हो, गोमती नदी हो और यमुना नदी भी हो. इसलिए सीएम को इसकी जानकारी थी. यूपी में नदियों की सफाई नहीं हुई और इसलिए सीएम ने डुबकी नहीं लगाई. अगर यह बात पीएम को पता होती तो उन्हें भी इस मुद्दे को उठाना चाहिए था.
तो क्या आपको लगता है कि सीएम यूपी के बारे में पीएम को जानकारी नहीं देते?
डबल इंजन वाले सरकारी इंजन आपस में टकरा रहे हैं. हमें याद है कि उनके लोगों ने सीएम को मीलों चलने के लिए मजबूर किया था और जब वह वीडियो वायरल हुआ तो सीएम ने पीएम के साथ अपनी तस्वीर क्लिक कराई. क्यों किया गया? ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि उन्हें चलना पड़ा था.
I&B मंत्री अनुराग ठाकुर ने हमें बताया कि आपकी सरकार ने लंबे समय तक परियोजनाओं में देरी की…
क्या भाजपा इस बात से इनकार कर सकती है कि काशी पुनर्विकास के लिए भूमि अधिग्रहण सपा सरकार के दौरान शुरू हुआ था? जहां तक काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्विकास का सवाल है तो वरुणा नदी का काम क्यों रोका गया? मेट्रो की डीपीआर और बजट हमने मंजूर किया था. घाट पूरे क्यों नहीं हुए? नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के समय में जो पुल बने थे, उसका श्रेय बीजेपी लेने की कोशिश कर रही है. भाजपा मुझे बताए कि उन्होंने सपा द्वारा शुरू किए गए कार्यों को क्यों रोका. हमने एम्स के लिए जमीन का अधिग्रहण किया. जिस गैस पाइपलाइन को हल्दिया तक जाना था, वह हमारी सरकार के कार्यकाल में मंजूर हुई थी. हमें जेवर और फिरोजाबाद एयरपोर्ट के लिए एनओसी नहीं मिली. अगर वह दिया जाता, तो यूपी में एक और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होता.
ठाकुर ने यह भी कहा कि आप बड़ों का सम्मान नहीं करते हैं और उन्हें मुलायम सिंह यादव के लिए बुरा लगता है.
बीजेपी को पहले अपने बुजुर्ग नेताओं के बारे में सोचना चाहिए उसके बाद ही दूसरों पर उंगली उठानी चाहिए. उनके वरिष्ठ नेताओं का अनादर किया गया. वे कहां हैं किसी को नहीं पता. उन्हें आईने में देखना चाहिए और आत्मचिंतन करना चाहिए.
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