UP by Election 2024: कानपुर सीसामऊ सीट पर बसपा और बीजेपी के ब्राह्मण कैंडिडेट से सपा को होगा फायदा?

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UP by Election 2024: कानपुर सीसामऊ सीट पर बसपा और बीजेपी के ब्राह्मण कैंडिडेट से सपा को होगा फायदा?

कानपुर: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा में उप चुनाव होना है जिसमें कानपुर की सीसा मऊ विधानसभा भी शामिल है. सभी पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक अपना प्रत्याशी नहीं उतरा था. अब बीजेपी की ओर से प्रत्याशी की घोषणा कर दी गई है. इस सीट पर दो बार भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रह चुके सुरेश अवस्थी को एक बार फिर से यहां पर मौका दिया गया है. हालांकि, वह अपने पिछले दोनों चुनाव हारे थे लेकिन एक बार फिर पार्टी आलाकमान ने उनके ऊपर भरोसा जताते हुए उन्हें उपचुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है.बीजेपी प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब दो ब्राह्मण प्रत्याशी मैदान पर हैं जिसमें भाजपा से सुरेश अवस्थी और बसपा से वीरेंद्र शुक्ला शामिल हैं. समाजवादी पार्टी की ओर से इस सीट पर विधायक रहे इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी मैदान पर हैं. इस सीट पर सीधे-सीधे भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच टक्कर देखने को मिलेगी.जानें कौन हैं सुरेश अवस्थीभारतीय जनता पार्टी ने ब्राह्मण चेहरे को प्रत्याशी बनाते हुए सुरेश अवस्थी को टिकट दिया है. आपको बता दें इसके पहले भी सीसामऊ विधानसभा से सुरेश अवस्थी भाजपा के टिकट पर दो बार चुनाव लड़ चुके हैं और दोनों बार वह हारे हैं. 2017 में उन्होंने इसी विधानसभा से चुनाव लड़ा था और वह हार गए थे. 2022 में उन्होंने आर्य नगर से चुनाव लड़ा था वहां से भी वह हार गए थे. इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है. इसके पीछे वजह यह भी है कि वह भाजपा के अंदर कानपुर में अमित शाह के खास लोगों में गिने जाते हैं.रोचक होगा मुकाबलाअब इस चुनाव में समाजवादी पार्टी की नसीम सोलंकी और सुरेश अवस्थी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. जहां एक तरफ पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी को सिंपैथी वोट मिलना तय है इसके साथ ही यहां पर मुस्लिम वोटर भी बहुत हैं जो कहीं ना कहीं सीधे इसी परिवार से जुड़ता है. दूसरी ओर सुरेश अवस्थी को टिकट देने के पीछे यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि दूसरे नंबर पर मुस्लिम वोटर के बाद ब्राह्मण वोटर ही इस विधानसभा में सबसे अधिक हैं. इसी वजह से बसपा ने भी अपना प्रत्याशी आखिरी समय बदलकर एक ब्राह्मण चेहरे को यहां से उतरा है. हालांकि, बसपा की यहां पर ज्यादा अच्छी पकड़ नहीं है जिसके चलते वह किसी तरीके से लड़ाई में नहीं है.FIRST PUBLISHED : October 24, 2024, 23:17 IST

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