नई दिल्ली (UP Board Result 2025). यूपी बोर्ड 10वीं, 12वीं परीक्षा 2025 में शामिल हुए करीब 54 लाख स्टूडेंट्स का इंतजार खत्म होने वाला है. उत्तर प्रदेश माध्मियक शिक्षा परिषद प्रयागराज स्थित यूपी बोर्ड मुख्यालय में सरकारी रिजल्ट जारी करेगा. यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025 आज दोपहर में 12.30 बजे upmsp.edu.in, upresults.nic.in पर घोषित कर दिया जाएगा. यूपी बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट 2025 में फेल होने वाले स्टूडेंट्स को निराश होने की जरूरत नहीं है.
यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में कम नंबर या असफल होने पर स्टूडेंट्स के पास कई विकल्प रहेंगे (UP Board 10 12 Results 2025). वह अपनी कॉपी रीचेक करवा सकते हैं या कंपार्टमेंट परीक्षा भी दे सकते हैं. इसके अलावा चाहें तो NIOS के जरिए इसी साल दोबारा परीक्षा दे सकते हैं. इससे उनका एक साल बर्बाद होने से बच जाएगा. यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 में कम नंबर या फेल होने पर जानिए आपके पास क्या-क्या ऑप्शन रहेंगे.
यूपी बोर्ड परीक्षा में पास होने के नियमउत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025 के लिए कुछ मानदंड तय किए हैं.
न्यूनतम अंक: हर विषय में कम से कम 33% अंक (100 में से 33 अंक) हासिल करने अनिवार्य हैं.
विषय-वार पास: सभी विषयों (आमतौर पर 5 या 6) में पास होने के लिए अलग-अलग 33% अंक चाहिए. कुल मिलाकर (aggregate) कोई न्यूनतम प्रतिशत की आवश्यकता नहीं है, लेकिन हर विषय में पास होना जरूरी है.
प्रायोगिक विषय: जिन विषयों में प्रायोगिक (प्रैक्टिकल) परीक्षा होती है (जैसे भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान), उनमें थ्योरी और प्रैक्टिकल के अंकों को मिलाकर कम से कम 33% अंक चाहिए.
ग्रेस मार्क्स: अगर कोई स्टूडेंट किसी विषय में 33 मार्क्स से थोड़े कम नंबर (जैसे 28-32) स्कोर करता है तो यूपी बोर्ड कुछ मामलों में ग्रेस मार्क्स (अधिकतम 5 अंक प्रति विषय) दे सकता है. यह बोर्ड के विवेक और नियमों पर निर्भर करता है.
उदाहरण:मान लें, आपके पास 5 विषय हैं (प्रत्येक 100 अंक का):
हिंदी: 35/100 (पास)अंग्रेजी: 40/100 (पास)गणित: 25/100 (फेल)भौतिकी: 38/100 (पास)रसायन: 50/100 (पास)इस स्थिति में आप गणित में फेल होंगे, फिर कंपार्टमेंट परीक्षा देकर पास हो सकते हैं.
यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 में फेल होने पर क्या करें?यूपी बोर्ड 10वीं, 12वीं परीक्षा 2025 में एक या अधिक विषयों में फेल होने पर भी घबराने की जरूरत नहीं है. आप नीचे लिखे ऑप्शन एक्सप्लोर कर सकते हैं:
1- यूपी बोर्ड कंपार्टमेंट परीक्षाअगर कोई स्टूडेंट एक या दो विषयों में फेल हो जाता है तो यूपी बोर्ड कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकते हैं. इसके जरिए आप उन विषयों को पास कर सकते हैं. यूपी बोर्ड कंपार्टमेंट परीक्षा आमतौर पर जुलाई 2025 में आयोजित होती है. सटीक तारीख यूपी बोर्ड की वेबसाइट (upmsp.edu.in) पर घोषित होगी.
आवेदन प्रक्रिया:रिजल्ट के बाद स्कूल या यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर कंपार्टमेंट परीक्षा का फॉर्म उपलब्ध होगा. फॉर्म भरें, आवश्यक शुल्क जमा करें (शुल्क की जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर मिलेगी) और एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लें.
यूपी बोर्ड कंपार्टमेंट परीक्षा की तैयारी कैसे करेंकमजोर विषय पर फोकस करें. NCERT किताबें, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र और ऑनलाइन संसाधन (जैसे YouTube ट्यूटोरियल, Unacademy) का इस्तेमाल करें. अगर जरूरी हो तो ट्यूशन या कोचिंग जॉइन कर लें. इसके साथ ही मॉक टेस्ट देकर अपना कॉन्फिडेंस बढ़ाएं और तैयारी चेक करें.परिणाम: कंपार्टमेंट परीक्षा पास करने पर आपको नई मार्कशीट मिलेगी और फिर आप उच्च शिक्षा या नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं.
2. स्क्रूटनी के लिए आवेदनअगर आपको लगता है कि किसी विषय में अंक गलत दिए गए हैं या मूल्यांकन में गलती हुई है तो आप स्क्रूटनी (पुनर्मूल्यांकन) के लिए आवेदन कर सकते हैं.
आवेदन प्रक्रियारिजल्ट घोषणा (25 अप्रैल 2025) के बाद यूपी बोर्ड की वेबसाइट (upmsp.edu.in) पर स्क्रूटनी फॉर्म उपलब्ध होगा. प्रति विषय शुल्क (लगभग 100-500 रुपये, बोर्ड की अधिसूचना के अनुसार) जमा करें. आंसर-शीट की दोबारा जांच होगी और फिर बोर्ड नए अंक घोषित करेगा.ध्यान दें: स्क्रूटनी में अंक बढ़ या घट सकते हैं या वही रह सकते हैं. अगर आप 33 अंक के करीब हैं (जैसे 30-32) तो स्क्रूटनी उपयोगी हो सकती है.समयसीमा: स्क्रूटनी के लिए आवेदन रिजल्ट जारी होने के 15-20 दिनों के अंदर करना होता है.
3. पुन: परीक्षा (यदि सभी विषयों में फेल)अगर आप तीन या अधिक विषयों में फेल हो जाते हैं तो कंपार्टमेंट परीक्षा का विकल्प नहीं मिलेगा. आपको अगले साल यानी 2026 में पूरी परीक्षा दोबारा देनी होगी.
इसके लिए क्या करें?स्कूल में दोबारा एडमिशन लें या प्राइवेट उम्मीदवार के रूप में फॉर्म भरें. कमजोर क्षेत्रों पर काम करें. ट्यूशन, ऑनलाइन कोर्स या स्टडी ग्रुप की मदद लें. NCERT किताबों और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों पर फोकस करें.सुझाव: इस दौरान स्किल-बेस्ड कोर्स (जैसे डिजिटल मार्केटिंग, टैली, या कंप्यूटर) में एडमिशन लें. इससे समय बर्बाद होने से बच जाएगा.
4. वैकल्पिक शैक्षिक विकल्पअगर आप कंपार्टमेंट या पुन: परीक्षा का इंतजार नहीं करना चाहते हैं तो वैकल्पिक रास्ते चुन सकते हैं:
NIOS (National Institute of Open Schooling): NIOS से 12वीं करें. यह फ्लेक्सिबल परीक्षा प्रणाली प्रदान करता है और आप अपनी स्पीड से पढ़ाई कर सकते हैं.ITI या डिप्लोमा कोर्स: 10वीं के आधार पर ITI (इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट) या पॉलिटेक्निक डिप्लोमा में एडमिशन लें. ये कोर्स जॉब-ओरिएंटेड हैं.वोकेशनल कोर्स: ब्यूटीशियन, टेलरिंग या ग्राफिक डिजाइनिंग जैसे कोर्स करें.प्रक्रिया: स्थानीय ITI, पॉलिटेक्निक या NIOS केंद्र से संपर्क करें और एडमिशन प्रक्रिया की जानकारी लें.
5. नौकरी और स्किल डेवलपमेंटअगर पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी करना चाहते हैं तो 10वीं या 12वीं रिजल्ट के आधार पर कुछ बेसिक जॉब्स या स्किल कोर्स चुन सकते हैं:
जॉब्स: रिटेल, BPO, डेटा एंट्री या कस्टमर केयर जैसी नौकरियों के लिए naukri.com या indeed.com पर अप्लाई करें.स्किल कोर्स: डिजिटल मार्केटिंग, वेब डिजाइनिंग या टैली जैसे 3-6 महीने के कोर्स करें, जो जल्दी नौकरी दिला सकते हैं.फ्रीलांसिंग: लेखन, ग्राफिक डिजाइन या सोशल मीडिया मैनेजमेंट में रुचि हो तो Fiverr या Upwork पर काम शुरू करें.सुझाव: कंपार्टमेंट परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ स्किल कोर्स करें.
6. मेंटल हेल्थ का भी रखें ध्यानस्ट्रेस मैनेजमेंट: फेल होने पर निराशा होना स्वाभाविक है, लेकिन इसे एक नई शुरुआत के रूप में लें. योग, ध्यान या हल्की एक्सरसाइज करें.परिवार और दोस्तों से बात करें: अपने परिजनों या दोस्तों से पॉजिटिव बातचीत करें. इससे स्ट्रेस कम करने में मदद मिलेगी.काउंसलिंग: स्कूल के शिक्षकों, करियर काउंसलर या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से सलाह लें.प्रेरक कहानियां: कई टॉपर्स और सफल लोग पहले फेल हुए, फिर मेहनत से सफलता पाई. ऐसी कहानियां पढ़ें.