घुटने का दर्द एक आम समस्या है, जो उम्र बढ़ने के साथ-साथ और अधिक बढ़ जाती है. ज्यादातर मामलों में, दर्द को दवाओं, व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव के माध्यम से कंट्रोल किया जा सकता है. हालांकि, कुछ मामलों में, घुटने के दर्द इतना गंभीर हो जाता है कि रोजमर्रा के कामों को करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में घुटने के रिप्लेसमेंट सर्जरी का ऑप्शन सामने आता है.
प्रिस्टिन केयर एंड क्योर माई नी के चीफ आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. डीके दास ने बताया कि घुटने के रिप्लेसमेंट सर्जरी एक बड़ा फैसला है और इसे केवल तभी किया जाना चाहिए जब अन्य उपचार ऑप्शन नाकाम साबित हो जाएं. कुछ स्थितियां हैं जिनमें घुटने के रिप्लेसमेंट सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है:
गंभीर दर्द और जकड़नयदि घुटने का दर्द इतना गंभीर हो जाता है कि यह आपके रोजाना जीवन में रुकावट डालता है, जैसे कि चलना, सीढ़ियां चढ़ना या बैठना और खड़ा होना, तो यह सर्जरी का संकेत हो सकता है.
आराम के समय भी दर्दयदि आपको दिन या रात के समय आराम करने पर भी घुटने में दर्द होता है, तो यह एक प्रमुख संकेत है कि सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है.
लगातार सूजनयदि घुटने में लगातार सूजन रहती है और आराम या दवाओं से ठीक नहीं होती है, तो यह गंभीर जोड़ों के डैमेज होने का संकेत हो सकता है.
घुटने की दिक्कतयदि घुटने की बनावट में बदलाव आ रहा है, जैसे कि पैरों का टेढ़ा होना, तो सर्जरी आवश्यक हो सकती है.
अन्य उपचारों की फेलियरयदि दवाएं, फिजिकल थेरेपी, इंजेक्शन और लाइफस्टाइल में बदलाव जैसे अन्य उपचारों से दर्द में राहत नहीं मिलती है, तो सर्जरी पर विचार किया जा सकता है.
घुटने के रिप्लेसमेंट सर्जरी से पहले क्या करें?घुटने के रिप्लेसमेंट सर्जरी का फैसला लेने से पहले, आपको एक ऑर्थोपेडिक सर्जन से सलाह करना चाहिए. सर्जन आपके घुटने की स्थिति को चेक करेगा और आपको विभिन्न प्रकार के सर्जरी के बारे में बताएगा. सर्जरी के बाद की देखभाल और पुनर्वास प्रक्रिया के बारे में भी आपको जानकारी दी जाएगी.
घुटने के रिप्लेसमेंट सर्जरी के प्रकारघुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी विभिन्न प्रकार की होती है, जिसमें संपूर्ण घुटना रिप्लेसमेंट और आंशिक घुटना रिप्लेसमेंट शामिल हैं. सर्जन गठिया की सीमा और डैमेज की स्थिति के आधार पर एक की सिफारिश करेगा.
सर्जरी के बाद की देखभालघुटने के रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद, आपको फिजिकल थेरेपी की आवश्यकता होगी ताकि आप अपनी ताकत और गतिशीलता को वापस पा सकें. ठीक होने में कई महीने लग सकते हैं, इसलिए धैर्य रखना महत्वपूर्ण है.