U-19 वर्ल्ड कप नहीं खेल पाएगा राहुल द्रविड़ का बेटा, इस वजह से धरे रह जाएंगे सारे सपने

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U-19 वर्ल्ड कप नहीं खेल पाएगा राहुल द्रविड़ का बेटा, इस वजह से धरे रह जाएंगे सारे सपने



Rahul Dravid Son Samit Dravid: भारत के पूर्व कप्तान और 2024 टी20 वर्ल्ड कप विजेता हेड कोच राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है. राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी सीरीज के लिए भारत की अंडर-19 टीम में शामिल किया गया है. समित द्रविड़ का भारत की अंडर-19 टीम में सेलेक्शन तो हो गया, लेकिन उनका 2026 अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेलना नामुमकिन है. जो फैंस राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ को 2026 अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेलते देखना चाहते हैं, यह उनके लिए बहुत बड़ा झटका है.  
अंडर-19 वर्ल्ड कप नहीं खेल पाएगा राहुल द्रविड़ का बेटा
समित द्रविड़ दाएं हाथ से बल्लेबाजी करने के अलावा मीडियम पेस बॉलिंग भी करते हैं. 10 नवंबर को समित द्रविड़ अपना 19वां जन्मदिन मनाएंगे. अगला अंडर-19 वर्ल्ड कप साल 2026 में जिम्बाब्वे और नामीबिया में खेला जाएगा. 2026 अंडर-19 वर्ल्ड कप तक समित द्रविड़ की उम्र 20 साल से ज्यादा हो चुकी होगी. समित द्रविड़ इस वजह से 2026 अंडर-19 वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाएंगे. समित द्रविड़ का जन्म 10 नवंबर 2005 को हुआ था. ऑलराउंडर समित द्रविड़ वर्तमान में बेंगलुरु में चल रही केएससीए महाराजा टी20 ट्रॉफी में मैसूर वॉरियर्स के लिए खेल रहे हैं.
21 सितंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज शुरू
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी अंडर-19 क्रिकेट सीरीज 21 सितंबर से शुरू होगी. तीन मैचों की वनडे सीरीज 21, 23 और 26 सितंबर को पुडुचेरी में होगी, जिसमें भारतीय टीम का नेतृत्व उत्तर प्रदेश के मोहम्मद अमान करेंगे. इसके बाद इन दोनों टीम के बीच चेन्नई में दो चार दिवसीय मैच खेले जाएंगे. पहला मैच 30 सितंबर से जबकि दूसरा मैच सात अक्टूबर से शुरू होगा. इन दोनों मैच में भारतीय टीम की कप्तानी मध्य प्रदेश के सोहम पटवर्धन करेंगे.
समित द्रविड़ अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए
इस टूर्नामेंट में समित द्रविड़ अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. समित द्रविड़ ने सात पारियों में 82 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 33 रन है. समित द्रविड़ को अभी तक टूर्नामेंट में गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला है. समित द्रविड़ ने हालांकि इस साल के शुरू में कूच बेहार ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया था और कर्नाटक को पहली बार चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इस 18 वर्षीय खिलाड़ी ने आठ मैचों में 362 रन बनाए और जम्मू-कश्मीर के खिलाफ 98 रन की शानदार पारी खेली थी. इसके अलावा उन्होंने टूर्नामेंट में 16 विकेट लिए थे. इनमें मुंबई के खिलाफ फाइनल में लिए गए दो विकेट भी शामिल हैं.



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