Jasprit Bumrah officially Ruled Out: भारतीय तेज गेंदबाजी के अगुवा जसप्रीत बुमराह चोटिल होने के कारण टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हो गए हैं जो कि अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में होने वाली आईसीसी प्रतियोगिता से पहले टीम के लिए बहुत बड़ा झटका है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की मेडिकल टीम ने जसप्रीत बुमराह की पूरी जांच के बाद ये पाया कि वह इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी20 वर्ल्ड कप नहीं खेल पाएंगे.
NEWS – Jasprit Bumrah ruled out of ICC Men’s T20 World Cup 2022.
More details here – https://t.co/H1Stfs3YuE #TeamIndia
— BCCI (@BCCI) October 3, 2022
BCCI ने किया बुमराह के टी20 वर्ल्ड कप से बाहर होने का ऐलान
बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप से औपचारिक तौर पर बाहर कर दिया है. बीसीसीआई जल्द ही टी20 वर्ल्ड कप के लिए जसप्रीत बुमराह के रिप्लेसमेंट का ऐलान करेगा. कुछ दिनों पहले BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली और कोच राहुल द्रविड़ को उम्मीद थी कि जसप्रीत बुमराह टी20 वर्ल्ड कप के लिए आखिरी समय तक कुछ फिट हो सकते हैं, लेकिन अब बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने ऐलान किया है कि जसप्रीत बुमराह अब पूरी तरह टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हो चुके हैं.
इस चोट के कारण टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हुए बुमराह
जसप्रीत बुमराह पीठ दर्द की गंभीर समस्या (स्ट्रेस फ्रैक्चर) से परेशान हैं और उन्हें महीनों तक टीम से बाहर रहना पड़ सकता है. कुछ इसी तरह की चोट एशिया कप 2018 के दौरान हार्दिक पांड्या को लगी थी और उन्हें स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर ले जाया गया था. हार्दिक पांड्या को उस चोट से उबरने में एक से दो साल लग गए थे. जसप्रीत बुमराह तीसरी बार स्ट्रेस फ्रैक्चर के शिकार हुए हैं. जसप्रीत बुमराह को इससे पहले 2019 में पहली बार स्ट्रेस फ्रैक्चर हुआ था. फिर इसी साल जुलाई में और अब सितंबर में उन्हें बैक स्ट्रेस फ्रैक्चर हो गया.
जल्द खत्म हो सकता है करियर!
स्ट्रेस फ्रैक्चर जैसी समस्या जसप्रीत बुमराह का करियर भी खत्म कर सकती है. माना जाता है कि जसप्रीत बुमराह का बॉलिंग एक्शन उनके लिए बार-बार स्ट्रेस फ्रैक्चर की वजह बन रहा है. जसप्रीत बुमराह मौजूदा समय में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए कारगार साबित हो रहे हैं. वह गेंदबाजी विभाग में भारत के सबसे बड़ी ताकत हैं. बुमराह का गेंदबाजी एक्शन उनके पैर और कमर के निचले हिस्से पर अधिक दबाव डालता है, जिससे चोटिल होने का खतरा अधिक बन जाता है.