मेरठ. तमिलनाडु के कोयंबटूर में बनी भगवान भोलेनाथ की आदियोगी की मूर्ति विश्व विख्यात है. भगवान भोलेनाथ के चेहरे पर बनाई गई यह मूर्ति भक्तों को अपनी ओर खींचती है. मान्यता है कि जो भी भक्त इस मूर्ति के दर्शन करता है उसकी सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए मेरठ में भी आदियोगी की एक मूर्ति की स्थापना नेहरू रोड स्थित प्राचीन शिवमंदिर में की गई है, जिससे कि भक्त भगवान भोलेनाथ के इस रूप के दर्शन मेरठ में भी कर सकें.भगवान भोलेनाथ की आदियोगी की इस मूर्ति में मंदिर प्रशासन ने रंग-बिरंगी लाइटिंग और झरने का अद्भुत संयोग दिखाया है. इसकी वजह से यह मूर्ति और भी भव्य लगती है. भगवान भोलेनाथ की इस मूर्ति की खासियत की बात की जाए तो यह फाइबर से बनाई गई है. जटाओं में उदयपुर के कलाकार ने इस तरीके से झरने को फिट किया है, जैसे साक्षात गंगा मां अविरल बह रही हो.
मंदिर में मूर्ति को लगे हुए दो दिन ही हुए हैं, लेकिन भक्तों में इस मूर्ति के दर्शन की अभिलाषा बढ़ रही है. नेहरू रोड से निकलते हुए जिसकी भी नजर इस मूर्ति पर पड़ती है, वह भगवान आशुतोष के आदियोगी रूप के दर्शन करने के लिए मंदिर की ओर खिंचा आता है. News18 Local ने भी भक्तों से बात की. भक्त राधिका ने बताया कि दर्शन कर वह काफी खुश हैं. जब तमिलनाडु में इस मूर्ति का अनावरण हुआ था, तो उनका मन था कि वह तमिलनाडु जाकर भगवान आशुतोष के इस रूप के दर्शन कर सकें, लेकिन अब मेरठ में ही इस रूप में दर्शन हो रहे हैं. इस बात से वे बहुत खुश हैं.
मंदिर के पदाधिकारी राजीव रस्तोगी ने बताया कि यह मंदिर काफी प्राचीन है. इसमें एक कुआं भी बना हुआ है. हालांकि वह बंद है. इसी के साथ-साथ बरगद के पेड़ के नीचे एक पिंडी रूप में भगवान भोलेनाथ भक्तों की इच्छाएं पूरी करते हैं. बताते चलें कि तमिलनाडु के कोयंबटूर में लगी भगवान भोलेनाथ की आदियोगी रूप की मूर्ति विशालकाय है. हालांकि मेरठ की है यह मूर्ति उसके मुकाबले काफी छोटी है, लेकिन यह भी अपने आप में काफी सुंदर है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : December 21, 2022, 16:39 IST
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