नई दिल्ली: भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला शुक्रवार शाम 7 बजे से रांची के JSCA स्टेडियम में खेला जाएगा. भारत ने पहला टी20 मैच 5 विकेट से जीतकर सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है. न्यूजीलैंड के पास दो ऐसे गेंदबाज हैं जो भारतीय टीम का सीरीज जीतने का सपना तोड़ सकते हैं. आइए जानते हैं, इन गेंदबाजों के बारे में.
टिम साउदी
न्यूजीलैंड का ये तेज गेंदबाज भारत के लिए बड़ा खतरा बन सकता है. टिम साउदी (Tim Southee) दोनों तरफ से गेंद को स्विंग करा सकते हैं. टिम की धीमी गति से फेंकी गई गेंद को बल्लेबाज ठीक तरह से नहीं खेल पाते हैं. पिछले कुछ सालों में वे न्यूजीलैंड को शुरुआती सफलता दिलाने के लिए फेमस रहे हैं. टिम आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से खेलते हैं, जिससे उन्हें भारतीय पिचों पर खेलने का अनुभव है. वेंकटेश अय्यर के खेल को वो बहुत ही अच्छे से जानते हैं, क्योंकि दोनों केकेआर की तरफ से खेलते हैं. टीम इंडिया के बल्लेबाजों को उनकी इनकटर गेंद से बचना होगा.
ट्रेंट बोल्ट
ट्रेंट बोल्ट (Trent Boult) न्यूजीलैंड के लिए हमेशा ही तुरुप के इक्के साबित हुए हैं. जब भी केन विलियमसन को विकेट की जरूरत होती है, वो बोल्ट का नंबर घुमा देते हैं. बोल्ट ने अपनी इनस्विंगर से बड़े से बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा हैं. उनकी यॉर्कर हमेशा ही भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को परेशान करती रही है. आईपीएल 2021 में उन्होंने मुंबई इंडियंस की तरफ से खेला था. बोल्ट बहुत किफायती गेंदबाजी करते हैं. पिछले मैच में रोहित शर्मा को बोल्ट ने आउट किया था. बोल्ट आईपीएल में रोहित की कप्तानी में ही खेलते हैं, जिससे वो उनके खेल को बखूबी समझते हैं.
रांची के मैदान पर होगा मुकाबला
भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरा टी20 मुकाबला शुक्रवार शाम 7 बजे से रांची के स्टेडियम में खेला जाएगा. भारत अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ आज का मैच जीत लेता है, तो सीरीज उसके नाम हो जाएगी. रांची के JSCA ग्राउंड का इतिहास टीम इंडिया के साथ है. यहां अब तक टी-20 के 2 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले हुए हैं और इन दोनों में ही टीम इंडिया ने जीत दर्ज की है. यह दूसरा मौका है, जब इस मैदान पर किसी इंटरनेशनल मैच में न्यूजीलैंड और भारत की टीमें आमने-सामने होंगी. दोनों टीमें यहां 16 अक्टूबर 2016 को वनडे इंटरनेशनल मैच में भिड़ीं थीं, जिसमें न्यूजीलैंड ने इंडिया को 19 रनों से हरा दिया था. इस लिहाज से देखें तो इंडिया के पास इस मैदान में मिली 5 साल पुरानी हार का हिसाब चुकता करने का मौका है.