throw out these things from mind you will get big benefits know mental health tips samp | Mental Health: दिमाग से निकाल फेंकिए ये बातें, मिलेगा बहुत बड़ा फायदा

admin

Share



Mental health tips: तनाव और चिंता हमारे मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर देती हैं और इनका कारण खुद हमारे विचार होते हैं. हम कुछ बातों को इतना सोचने लगते हैं या उनका बोझ लेकर चलते हैं कि खुशी हम से दूर होती रहती है. लेकिन अगर आप कुछ चीजों को दिमाग से निकाल फेंकेंगे, तो आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनेगा और आप हमेशा खुशी महसूस करेंगे. इस तकनीक को अनलर्निंग कहते हैं.
Unlearning: क्या है अनलर्निंग?जिस तरह हम कुछ सीखते हैं, उसे लर्निंग कहा जाता है. उसी तरह कुछ चीजों को हमेशा के लिए भूल जाना अनलर्निंग कहलाता है. हम दिमाग से गैर-जरूरी चीजों को निकाल फेंकते हैं और नई चीजों को सीखने की जगह बनाते हैं. इससे दिमाग पर पॉजिटिव असर पड़ता है.
ये भी पढ़ें: Mental Health Tips: तनाव मिटाने के लिए छुट्टियों का भी करें समझदारी से इस्तेमाल
दिमाग से निकाल फेंके ये बातें1. दोष देनादोष देना काफी आसान है और कई लोग अपनी गलतियों का भी दूसरों पर दोष देने लगते हैं. इससे आपकी अपनी गलतियों में सुधार करने की गुंजाइश खत्म हो जाती है और आप जीवन भर वो गलतियां करते रहते हैं. जो कि दुख का कारण बन सकती हैं.
2. दुनिया क्या कहेगीकई बार हम कुछ चीजें इसलिए नहीं बोल या कर पाते हैं कि दुनिया क्या कहेगी? दुनिया के बारे में सोचकर हम अपनी पसंद की चीज नहीं कर पाते हैं और जिंदगी भर दिमाग पर बोझ लेकर चलते रहते हैं. ध्यान रखें कि जिंदगी आपकी अपनी है, इसलिए जो मन में आए उसे कहें या करें. दुनिया का काम है कहना और वो कहती रहेगी.
ये भी पढ़ें: जिन लोगों में होती हैं ये आदतें, उनका मानसिक स्वास्थ्य रहता है हमेशा खराब
3. हर किसी पर भरोसा करनाआज के समय में लोग आपके भरोसे का फायदा उठाकर आपको ही नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसलिए भरोसा सोच समझकर करें, ताकि आप किसी दूसरे पर निर्भर ना रहें और सामने वाला आपको नुकसान ना पहुंचा पाए.
4. ‘ना’ करने से बुरा लगेगाकुछ लोग दूसरों की हर बात पर ‘हां’ कर देते हैं और अपना मन मारकर काम करते हैं. ऐसा काम ना उन्हें खुशी देता है और ना ही वह उसमें अपना बेस्ट परफॉर्मेंस दे पाते हैं. इसलिए कुछ चीजों में ‘ना’ कहने से कतराएं नहीं.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.



Source link