धीर राजपूत/फिरोजाबाद. फिरोजाबाद से लगभग 15 किलोमीटर दूर यमुना किनारे बेहड में मां चामुंडा का यह मंदिर बेहड वाली माता के नाम से दूर-दूर तक प्रसिद्ध है. इस मंदिर में दर्शन करने के लिए लाखों भक्त यहां आते हैं.
मंदिर में पूजा करने वाले सत्य प्रकाश पुजारी ने बताया कि बेहड़ वाली माता का यह मंदिर लगभग 1000 वर्ष पुराना है और यहां अनेकों चमत्कार भी देखने को मिलते हैं. वहीं पुजारी ने बताया के यहां पहले एक संत रहते थे जिनको मां चामुंडा के दर्शन हुए इसके बाद माता ने उन्हें मंदिर बनाकर पूजा करने की आज्ञा दी जिसके बाद यहां मंदिर की स्थापना की गई.
मंदिर में देखने को मिलते हैं अनेकों चमत्कार
मंदिर के पुजारी ने बताया कि उनकी टांग टूट गई थी इसके बाद वह इस मंदिर पर आए जहां माता की कृपा से उनकी टांग बिल्कुल ठीक हो गई और उसके बाद वह इस मंदिर से कभी नहीं गए. वहीं पुजारी ने एक और चमत्कार के बारे में बताया कि एक लड़का जिसकी आंखों की रोशनी नहीं थी. वह मंदिर में पांच शनिवार लगातार आता रहा और पांचवें शनिवार उसकी आंखों की रोशनीलौट आई.
यमुना किनारे बेहड में बना है यह मंदिर
सत्य प्रकाश पुजारी ने बताया कि सिकहरा गांव के पास बेहड़ में माता का यह मंदिर बना हुआ है. इस मंदिर में दूर-दूर तक लोग दर्शन के लिए आते हैं. बेहड़ में होने के कारण इस मंदिर का नाम भी बेहड़ वाली माता के नाम पर रखा गया है.
.Tags: Firozabad News, Local18, Religion 18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 03, 2023, 21:15 IST
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