सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या. प्राचीन संस्कृति और सभ्यता को सहेजे हुए प्रभु राम की नगरी दिन प्रतिदिन नए आयाम दर्ज करती नजर आ रही है. बीते दिनों जहां 22 जनवरी को प्रभु राम 500 साल के लंबे संघर्ष के बाद अपने भव्य महल में विराजमान होकर दिव्य दर्शन दे रहे हैं तो वहीं, लाखों की संख्या में राम भक्त प्रतिदिन आराध्या की नगरी पहुंचकर रामलला के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं. अयोध्या शहर पूरे देश-दुनिया के भक्तों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसी अयोध्या में एक ऐसा बैंक भी है जो अपने आप में अनोखा है. जी हां और इस बैंक में खाता खोलने के लिए आपको पैसे की जरूरत नहीं पड़ेगी.
अगर आप इस बैंक में खाता खुलवाना चाहते हैं तो फिर आपको 5 लाख बार सीताराम नाम लिखना होगा.अब आप आश्चर्यचकित हो रहे होंगे कि आखिर कैसा बैंक है जहां पैसे से खाता नहीं खोला जाता बल्कि 5 लाख राम नाम लिखना पड़ता है. उसके बाद इस बैंक में आपका खाता खुलता है. ऐसा बैंक राम नगरी अयोध्या में है. जहां बीते कई वर्षों से ये बैंक चल रहा है और इस बैंक का नाम भी अंतर्राष्ट्रीय श्री राम बैंक रखा गया है. यहां रुपए पैसे मायने नहीं रखता बल्कि भक्तों की भावना ही है. बैंक में भक्तों को मुफ्त पुस्तक और लाल पेन दिया जाता है. प्रत्येक खाते का हिसाब रखा जाता है. बैंक में खाता खुलवाने के लिए कम से कम 5 लाख बार सीताराम लिखना पड़ता है और फिर पासबुक जारी होती है.
35000 से अधिक खाता धारक हैबताते चलें अंतर्राष्ट्रीय सीताराम नाम बैंक 1970 में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने स्थापना की थी. इस बैंक में भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, नेपाल, फिजी सहित कई देश-विदेश के लगभग 35000 से अधिक खाता धारक है. इतना ही नहीं इस बैंक में 20 हजार करोड़ सीताराम नाम की पुस्तकों का संग्रह भी है. इन दिनों यह बैंक राम भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. श्रीराम अंतर्राष्ट्रीय राम नाम बैंक के मैनेजर पुनीत रामदास ने बताया कि इन 53 साल में अभी तक अंतरराष्ट्रीय सीताराम बैंक में सीताराम लिखने वालों की संख्या 20000 करोड़ से अधिक है.
बैंक की डेढ़ सौ से अधिक शाखाबैंक के मैनेजर पुनीत रामदास ने बताया यहां पर सीताराम नाम लिखने वालों को एक मुफ्त कॉपी दी जाती है जो लोग 5 लाख सीताराम नाम लिखकर जमा करते हैं उनका खाता अंतरराष्ट्रीय सीताराम बैंक में खोला जाता है. उनको पासबुक दी जाती है. ऐसे खाताधारक लगभग 35000 लोग शामिल हैं जिसमें देश-विदेश के राम भक्त हैं. इतना ही नहीं इस अंतर्राष्ट्रीय बैंक की पूरे देश और विदेश में मिलाकर डेढ़ सौ से अधिक शाखा है. जिसमें छह शाखा विदेश में है. अमेरिका, नेपाल, में भी शाखा खोली गई है. अयोध्या के अंतर्राष्ट्रीय बैंक में कई विदेशी प्रवासी भारतीयों के भी खाते हैं. पंजाब से पहुंचे खाता धारक राजेश शर्मा ने बताया कि आज हम अंतर्राष्ट्रीय राम नाम बैंक में पासबुक लेकर प्रिंट करवाने आए थे. पूरे देश के लोग राम नाम लिखकर के बड़े बुजुर्ग यहां पर भेजते रहते हैं. महीने दो महीने 6 महीने में आज हम 2 महीने बाद इस पासबुक में एंट्री करवाने आए थे. आज के समय में एक ही सच्चा नाम है राम नाम इसके अलावा और कोई नाम नहीं है.
.Tags: Ayodhya News, Ayodhya ram mandir, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : February 13, 2024, 19:05 IST
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