These Bad Habits Can Make Your Ears Deaf Kaan Ki Hifazat Kaise Karen | अपने ही कानों से दुश्मनी क्यों? इन हरकतों से आएं बाज़, वरना बहरे हो सकते हैं आप

admin

These Bad Habits Can Make Your Ears Deaf Kaan Ki Hifazat Kaise Karen | अपने ही कानों से दुश्मनी क्यों? इन हरकतों से आएं बाज़, वरना बहरे हो सकते हैं आप



Mistakes That Leads To Hearing Loss: बहरापन अक्सर उम्र बढ़ने या फैमिली हिस्ट्री से जुड़ा होता है, लेकिन कुछ बुरी आदतें कान के नुकसान और यहां तक कि बहरेपन में भी अहम रोल अदा कर सकती हैं. इन बुरी आदतों को जल्दी पहचानकर और उनका हद निकालना जरूरी है, वरना जिंदगीभर के लिए आपकी हियरिंग एबिलिटी खतरे में पड़ सकती है. ENT स्पेशलिस्ट डॉ. तौसीफ अहमद (Dr. Tausif Ahmad) ने हमें बताया कि कानों की हिफाजत के मद्देनजर हमें कौन-कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.
कानों से ऐसे होती है दुश्मनी
1. तेज आवाज सुननाबहरेपन के सबसे आम वजहों में से एक तेज आवाज के संपर्क में आना है. अगर आप रेगुलरली ईयरफोन से लाउड म्यूजिक सुनते हैं तो ये आपके कानों के लिए बहुत ही ज्यादा नुकसानदेह. इसके अलावा हाई वॉल्यूम पर डीजे या म्यूजिक सिस्टम न सुनें. इसके कारण परमानेंट हीयरिंग लॉस हो सकता है.

2. ईयर की हाइजीन का ख्याल न रखनाअगर आप कानों की साफ सफाई का ख्याल नहीं रख रहे हैं, तो आप खुद अपने इस खास अंग के दुश्मन बनते जा रहे. इससे इंफेक्शन या दूसरी परेशानी हो सकती है. इसके लिए आप कानों की सफाई करवाईं. ईएनटी स्पेशियलिस्ट के पास जाकर ईयर क्लीनिंग करानी चाहिए
3. खुद से कान की सफाई करनाअगर आप कानों को साफ करने के लिए कॉटन स्वाब का इस्तेमाल करते हैं तो वैक्स अंदर जा सकते हैं. इसके अलावा ईयर क्लीनिंग के लिए नुखीली चीजों के इस्तेमाल से कान का पर्दा फट सकता है. बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी कदम न उठाएं, वरना नुकसान हो सकता है.
4. ईयर इंफेक्शन का इलाज न करानाबार-बार गंदे ईयरफोन यूज करने, या गंदे तालाब में नहाने से ईयर इंफेक्शन हो सकता है. ऐसे में आप संक्रमण को नजरअंदाज न करें. जरा भी भी दर्द, खुजली या सुनने में दिक्कत आए तो तुरंत ओटोलरींगोलॉजिस्ट (Otolaryngologist) के पास जाएं.
5. शराब और सिगरेट पीनाआप शायद इस बात पर यकीन करें, लेकिन स्मोंकिग और ड्रिंकिंग कानों के लिए खतरनाक है. सिगरेट पीने से ईयर्स में ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे इस अंग के फंक्शंस में रुकावट पैदा होती है. इसके अलावा जो लोग हद से ज्यादा शराब पीते हैं उनके ऑडिटरी नर्व्स डैमेज हो सकते हैं. बेहतर है कि इन लतों से पूरी तरह तौबा कर लें.
6. चेकअप न करानाजिस तरह आप रेगुलर हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर और शुगर टेस्ट कराते हैं, उसकी तरह कानों की भी जांच करानी जरूरी है. रेगुलर चेकअप के जरिए आप कानों की कई बीमारियों को वक्त पर नोटिस कर सकते हैं, जिससे इलाज में आसानी पैदा होती है. 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



Source link