नई दिल्ली: इस बात में कोई दो राय नहीं है कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अबतक भारत के सबसे शानदार कप्तान रहे हैं. धोनी की कप्तानी में भारत दो बार विश्व चैंपियन बना. वहीं धोनी की ही कप्तानी में कई दिग्गज खिलाड़ियों के करियर भी बने. हालांकि जैसे ही धोनी से कप्तानी विराट के पास गई तभी से कुछ खिलाड़ियों की करियर पूरी तरह बर्बाद भी हो गया. अपनी इस रिपोर्ट में आपको उन्हीं 3 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं.
सुरेश रैना
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में कई खिलाड़ियों ने अपने करियर को बनाया है. इनमें से एक नाम सुरेश रैना का आता है, जो धोनी की कप्तानी में फर्श से अर्श पर जा पहुंचे. बता दें कि रैना को धोनी का सबसे चहेता खिलाड़ी माना जाता है. रैना ने धोनी की कप्तानी में एक लंबा वक्त भारतीय टीम के साथ गुजारा. इस दौरान उन्होंने धोनी की कप्तानी में कुल 228 वनडे मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 35 की औसत के साथ 6228 रन बनाए. धोनी की कप्तानी में शानदार प्रदर्शन करने वाले रैना के लिए कोहली की कप्तानी ज्यादा रास नहीं आई. कोहली की कप्तानी में उन्होंने 26 वनडे मैचों में 542 रन ही बनाए हैं. और आखिर में धोनी के साथ ही 2020 में रैना ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
युवराज सिंह
युवराज सिंह ने भारत को 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जिताने में बड़ा रोल निभाया था. युवराज सिंह ने वैसे तो सौरव गांगुली की कप्तानी में अपने करियर की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया. इसके बाद जब महेंद्र सिंह धोनी भारत के कप्तान बने तो युवराज सिंह ने धूम ही मचा दी. युवराज सिंह ने भारतीय क्रिकेट को शिखर पर पहुंचाया. युवराज सिंह ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया और ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ रहे. युवराज सिंह धोनी के सबसे बड़े मैच विनर बन गए और भारत के लिए जीत की गारंटी, लेकिन धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद युवी कोहली की कप्तानी में अपनी निरंतरता को बरकरार रख पाने में नाकाम रहे और टीम इंडिया से बाहर होकर उन्हें संन्यास लेना पड़ा.
हरभजन सिंह
टीम इंडिया के दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का करियर भी धोनी की कप्तानी के साथ ही खत्म हो गया. भारत के लिए हरभजन ने आखिरी सीमित ओवर मैच 2016 में खेला था. वहीं विराट की कप्तानी में वो टेस्ट मैच खेले चुके हैं. अनिल कुंबले और आर अश्विन के बाद भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले हरभजन ने धोनी के साथ ही दो वर्ल्ड कप जीते. लेकिन कोहली की कप्तानी में उन्हें कुछ मौका ही नहीं मिल पाया.