The women of the group are preparing pickles and papad, preparing organic colours and earning huge profits

admin

The women of the group are preparing pickles and papad, preparing organic colours and earning huge profits

Last Updated:March 09, 2025, 15:54 ISTस्वयं सहायता समूह योजना से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और समाज में अपनी अलग पहचान बना रही हैं. न केवल वे आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं, बल्कि इससे अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिल रही है. सरकार की यह पह…और पढ़ेंX

समूह के उत्पादमुकेश पांडेय/मिर्जापुर – सरकार की ओर से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. उन्हीं प्रमुख योजनाओं में से एक है स्वयं सहायता समूह। इस योजना के माध्यम से महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि उन्हें समाज में एक नई पहचान भी मिल रही है. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं देशी अचार, पापड़, चिप्स, कोहरोरी और रंग तैयार करके अपनी आजीविका चला रही हैं. इससे उनकी आय में वृद्धि हुई है और वे आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं.

रोजगार का नया जरिया बना स्वयं सहायता समूहमिर्जापुर जिले के हुरूआ में स्थित “शिवगुरु प्रेरणा महिला स्वयं सहायता समूह” में कुल 10 महिलाएं जुड़ी हुई हैं. इस समूह की शुरुआत वर्ष 2017 में हुई थी. शुरू में महिलाओं को अचार और पापड़ बनाने का विचार आया, जिसके बाद उन्होंने पहले इसकी ट्रेनिंग ली और फिर स्वयं निर्माण शुरू किया. आज इस समूह की महिलाएं विभिन्न प्रकार के अचार, पापड़, चिप्स और कोहरोरी तैयार कर रही हैं. चूंकि ये उत्पाद देशी विधि से बनाए जाते हैं, इसलिए इनकी बाजार में काफी मांग है.

महिलाओं को मिला रोजगार और आत्मनिर्भरतासमूह की अध्यक्ष अर्चना ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इस समूह के माध्यम से महिलाओं को रोजगार मिल रहा है. पहले महिलाओं को अचार बनाने की ट्रेनिंग दी गई और अब वे अपने घर पर ही इसे तैयार कर रही हैं। समूह का स्टॉल विकास भवन में लगाया गया है, जहां से लोग इन उत्पादों को खरीद सकते हैं. अर्चना ने कहा कि पहले गांव में महिलाएं केवल अपने पति के नाम से जानी जाती थीं, लेकिन अब वे स्वयं की एक पहचान बना चुकी हैं. आत्मनिर्भर बनने से उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ा है.

जीवन में आया बड़ा बदलावसमूह से जुड़ी तारा देवी ने बताया कि वे पापड़, चिप्स, नमकीन, मिक्स अचार और नींबू के अचार तैयार करती हैं. होली पर्व पर पालक के पत्ते, फूल और हल्दी से प्राकृतिक रंग (अबीर) भी बनाए गए, जिन्हें बिक्री के लिए बाजार में उतारा गया. इस समूह में 10 महिलाएं कार्यरत हैं, जिससे 10 लोगों को रोजगार भी मिला है. तारा देवी ने बताया कि समूह से जुड़ने के बाद उनकी आय में वृद्धि हुई है और जीवन में बड़ा सुधार आया है. पहले वे घर के कामकाज के बाद खाली बैठी रहती थीं, लेकिन अब उनके पास एक नया उद्देश्य और रोजगार का जरिया है.
Location :Mirzapur-cum-Vindhyachal,Mirzapur,Uttar PradeshFirst Published :March 09, 2025, 15:54 ISThomeuttar-pradeshसिर्फ 10 महिलाओं ने कर दिया कमाल, शुरू किया अनोखा बिजनेस!

Source link