उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक ऐसा मंदिर है, जहां स्थापित प्रतिमा दिन में चार बार अपना श्रृंगार कराती है. ये प्रतिमा बहुत ही अद्भुत और चमत्कारी है. इस मूर्ति का तेज आपको कायल कर देगा. एक बार जिस व्यक्ति ने इस मूर्ति को देख लिया. वो फ़िर उन्हीं का हो जाता है. आइये जानते हैं कि प्रतिमा किसकी और कहां स्थित है.
मथुरा के यमुना किनारे बना ये हनुमान मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना है. इस हनुमान मंदिर की मान्यता आपने आप में अलौकिक है. यह मंदिर पने अंदर कई राज छिपाये हुए है. ध्रुव घाट के पास बना है. ये मंदिर श्मशानेस्वर के नाम से जाना जाता है. मंदिर प्रांगण में हनुमान जी का अखाडा हुआ करता था. समय बीतता गया. अखाड़े भी लुप्त हो गए. इस मंदिर में विराजमान हनुमान जी आज भी चमत्कार अपने भक्तों को दिखाते रहते हैं.
यह मंदिर है चमत्कारीहनुमान मंदिर के सेवायत पुजारी ने मंदिर की मान्यता के बारे में लोकल 18 से कहा कि मंदिर काफ़ी पुराना है. यहां जो भी भक्त आता है. उसकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है. कोई भी भक्त यहां से निराश होकर नहीं लौटता है. इस हनुमान मंदिर को एक चमत्कारी मंदिर भी कहा गया है. यहां आए दिन चमत्कार होते रहते हैं. भक्त की जैसी भावना होती है. उसे वैसा ही फल हनुमान जी देते हैं. मंदिर के पुजारी ने यह बताया कि मंदिर में स्थापित मूर्ति का आकार काफी बड़ा था. यहां जब लाया गया. उसे जाकर को देखकर हम लोग चकित रह गए.
यह प्रतिमा दिन में अपना चार बार स्वरूप बदलताहनुमान जी से जब सभी भक्तों ने हाथ जोड़कर विनती की आग्रह किया. हे प्रभु आप इस मंदिर से काफी बड़े हैं. आप अपना स्थान ग्रहण करने के लिए अपने शरीर को मंदिर की सामर्थ के अनुसार कम कीजिए, हनुमान जी ने उसे समय चमत्कार दिखाते हुए. अपने शरीर को छोटा कर लिया. तब से लेकर यहां आज तक हनुमान जी विराजमान हैं. उन्होंने कहा कि मथुरा के राजा बलि टीले से हनुमान जी की मूर्ति बरामद हुई थी. मान्यता के अनुसार यह प्रतिमा दिन में अपना चार बार स्वरूप बदलता.
Tags: Hindi news, Latest hindi news, Local18, Mathura news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : December 6, 2024, 19:01 IST