रिपोर्ट – कृष्ण गोपाल द्विवेदीबस्ती :खेल को लेकर केंद्र सरकार से लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार भी काफी संवेदनशील हैं, जहां केंद्र की मोदी सरकार द्वारा खेल को बढ़ावा देने के लिए हर संसदीय क्षेत्र में सांसद खेल महाकुंभ कराया जाता हैं , तो वहीं उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा हर ग्राम पंचायत में खेल मैदान बनाया जा रहा हैं ताकि ग्रामीण पृष्टिभूमि के बालक बालिकाएं खेल में बेहतर कर सके. लेकिन बस्ती जनपद में अधिकारियों की उदासीनता की वजह से यहां के खिलाड़ी जमकर उपेक्षा का शिकार बन रहे हैं, यहां तक की सरकार के उम्मीदों पर भी पानी फिरता दिख रहा हैं.सरकार ने खिलाड़ियों के लिए खजाना खोल रखा हैं, लेकिन जिले में अधिकारियों द्वारा खिलाड़ियों की उपेक्षा उनको आहत कर रही हैं. एक तरफ जहां कई खेलों के प्रशिक्षक ही नहीं हैं तो जिस खेल के प्रशिक्षक हैं उसकी सुविधा नहीं हैं ,हाकी में प्रशिक्षक तो हैं , लेकिन खिलाड़ियों के प्रशिक्षण की कोई सुविधा ही मौजूद नहीं हैं . जिससे खिलाड़ी चाह कर भी प्रशिक्षण नहीं पा रहे हैं, यही हाल फुटबाल, हैंडबॉल का भी हैं, जिससे बस्ती में खेल का पौधशाला दिन पर दिन सूख रहा हैं.कागजों में खेल की सुविधा पर अधिकारी मानने को तैयार नहीं:महिला खिलाड़ी वंदना सिंह ने बताया की जनपद में अब खेल और खिलाड़ी कागजों तक सीमित रह गया हैं धरातल पर कुछ भी नही हैं, सुविधा के नाम पर सब कागजी हैं, वहीं निजी स्कूल में बास्केटबॉल की कोचिंग दे रहे अभिलाष सिंह चौहान ने बताया कि स्टेटिडम प्रशासन खेल के प्रति काफी गैर ज़िम्मेदार रवैया अपनाए हुए हैं, यहां खिलाड़ियों की जमकर उपेक्षा की जा रही हैं.जबकि क्रीड़ा अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि सरकार की तरफ से जो भी सुविधाएं मिल रही है खिलाडियों को सारी सुविधाएं दी जा रही हैं, इसमें उपेक्षा जैसी कोई बात नहीं है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Basti news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : February 12, 2023, 08:15 IST
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