रिपोर्ट- अभिषेक जायसवालवाराणसी. उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है. भीषण ठंड के बीच हार्ट अटैक (Heart Attack) और ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़ जाते हैं. यूपी के कानपुर (Kanpur) में भी पिछले दिनों हार्ट अटैक से एक दिन में 22 लोगों की मौत का मामला सामने आया. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ठंड में कैसे अचानक हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.वाराणसी (Varanasi) के जाने माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉ आशीष जायसवाल ने बताया कि ठंड का मौसम हार्ट के मरीजों के लिए सबसे मुश्किल भरा होता है. जैसे ही सर्दी बढ़ती है वैसे ही ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगता है. ऐसे में जिनके हार्ट में पहले से ब्लॉकेज होती है वो अचानक से इस मौसन में हार्ट अटैक या हार्ट फेल्योर के शिकार हो सकते हैं. उनमें इसकी संभावना आम लोगों से कई गुना ज्यादा हो जाता है.बरतें ये सावधानियांहार्ट के मरीजों को ठंड के समय अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए और जांच के हिसाब से उन्हें दवाइयां लेनी चाहिए या उनमें बदलाव करना चाहिए. हार्ट के मरीजों को ठंड के मौसम में बाहर निकलने से बचना चाहिए. इसके अलावा मार्निंग वॉक से भी लोगों को परहेज करना चाहिए.हार्ट के मरीजों को ठंड के मौसम में भारी सामानों को उठाने से भी बचना चाहिए. इसके अलावा एक्सरसाइज में भी भारी मशीनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए. इसके अलावा लोगों को अपने खान पान का विशेष ख्याल रखना चाहिए. साथ ही समय से दवाओं का सेवन भी करना चाहिए.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 07, 2023, 21:30 IST
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