Testosterone Test: पुरुषों में पाए जाने वाले सेक्स हार्मोन को टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कहते हैं, यह हार्मोन पुरुषों के शारीरिक विकास, स्वास्थ्य और उत्थान के लिए जरूरी होते हैं. इस हार्मोन के कम हो जाने से पुरुषों में नपुंसकता, अश्लीलता, नींद की समस्याएं, थकान और मनोवृत्ति के बदलाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं. आज हम आपको बताएंगे कि पुरुषों को टेस्टोस्टेरोन हार्मोन टेस्ट किस उम्र के बाद और क्यों करवाना चाहिए.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
पुरुषों के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन टेस्ट क्यों है जरूरी: पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है. यह हार्मोन उनके मांसपेशियों, हड्डियों, लिंग, आंतरिक अंगों, स्तंभन शक्ति, बालों के विकास और स्वस्थ रखने में मदद करता है. कुछ लोगों में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा कम हो जाती है, जिससे उन्हें कुछ समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि नपुंसकता, कम स्पर्म काउंट, दिमाग से संबंधित समस्याएं, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज आदि. इसलिए, अगर किसी पुरुष को संभवतः टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी होती है तो वह टेस्टोस्टेरोन लेवल की जांच करवाना जरूरी होता है. इससे उन्हें समस्याओं से पहले ही अवगत होने का मौका मिलता है और उन्हें समय रहते उचित उपचार शुरू करने का मौका मिलता है.
किस उम्र के बाद करवाना चाहिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन टेस्टटेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर उम्र के साथ तेजी से घट सकता है. जब पुरुष की उम्र 30 साल से ज्यादा होती है, तो टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर में कमी आने लगती है. इसलिए, यदि कोई पुरुष 30 साल से ज्यादा की उम्र का हो रहा है और उसे संबंधित लक्षण जैसे कि कम उत्साह, थकान, नींद की अधिकता, मांसपेशियों में कमजोरी आदि होती है, तो उसे अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि क्या वह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के टेस्ट के लिए जाए. इसके अलावा, यदि कोई पुरुष संतुलित खान-पान नहीं करता है, तंबाकू या शराब का सेवन करता है, तो उसे भी टेस्ट के लिए जाना चाहिए.