भारत और इंग्लैंड के बीच पुणे में खेले गए चौथे टी20 मैच के दौरान एक बड़ा विवाद हो गया. मैच के दौरान भारत की पारी के आखिरी ओवर में शिवम दुबे के हेलमेट पर गेंद लगने के बाद तेज गेंदबाज हर्षित राणा को उनकी जगह कनकशन (सिर में गेंद लगने से बेहोशी जैसी स्थिति) सब्स्टीट्यूट के तौर पर शामिल किया गया. शिवम दुबे (53 रन) को भारतीय पारी के आखिरी ओवर में जेमी ओवरटन की पांचवीं गेंद हेलमेट पर लगी. मैच में उस समय एक निर्णायक मोड़ आया जब ऑलराउंडर शिवम दुबे की जगह हर्षित राणा जैसे स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज को इंग्लैंड की पारी में 12वें ओवर के दौरान गेंदबाजी के लिए बुलाया गया.
टीम इंडिया पर लगे ‘बेईमानी’ के आरोप
हर्षित राणा ने इस मैच को पलटकर रख दिया और 4 ओवरों में 33 रन देकर 3 विकेट झटक लिए. इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात पर भड़के कि कैसे एक पार्ट टाइम गेंदबाजी करने वाले ऑलराउंडर शिवम दुबे की जगह एक स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज हर्षित राणा को कनकशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर उतारा गया. इस घटना की वजह से न सिर्फ इंग्लैंड चौथा टी20 मैच 15 रन से हार गया, बल्कि उसने सीरीज भी गंवा दी. मैच के बाद सोशल मीडिया और इंग्लैंड टीम के खेमे की तरफ से टीम इंडिया पर ‘बेईमानी’ करने के आरोप लगाए जा रहे हैं.
सरेआम प्रेस कॉन्फ्रेंस में भड़के इंग्लैंड के कप्तान
इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भड़कते हुए कहा, ‘यह एक जैसा कनकशन सब्स्टीट्यूट तो नहीं था. हम इससे सहमत नहीं हैं.’ इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने टीम इंडिया पर तंज कसते हुए कहा, ‘या तो शिवम दुबे ने अपनी गेंदबाजी में लगभग 25 मील प्रति घंटे की गति बढ़ाई है या फिर हर्षित राणा ने वास्तव में अपनी बल्लेबाजी में बेहतरीन सुधार किया है. यह खेल का हिस्सा है और हमें वास्तव में मैच जीतना चाहिए था, लेकिन हम इस निर्णय से असहमत हैं.’
क्या है कनकशन का नियम?
ICC के नियम के अनुसार क्लॉज 1.2.7.3 में कहा गया है कि ICC मैच रेफरी को आमतौर पर कनकशन रिप्लेसमेंट अनुरोध को मंजूरी देनी चाहिए, अगर सब्स्टीट्यूट वाला खिलाड़ी एक समान है. जिसके शामिल होने से मैच के शेष भाग में उसकी/उसकी टीम को अत्यधिक लाभ नहीं होगा. यानी एक बल्लेबाज ही बल्लेबाज को, गेंदबाज ही गेंदबाज को और एक बैटिंग ऑलराउंडर ही बैटिंग ऑलराउंडर को रिप्लेस कर सकता है, लेकिन टीम इंडिया के इस कदम ने नई बहस छेड़ दी है. जब ऑलराउंडर शिवम दुबे की जगह हर्षित राणा जैसे स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज को इंग्लैंड की पारी में 12वें ओवर के दौरान गेंदबाजी के लिए बुलाया गया. जाहिर हैं शिवम दुबे गेंदबाजी में हर्षित राणा जितने काबिल नहीं हैं और न ही हर्षित राणा बैटिंग में शिवम दुबे की तरह गर्दा उड़ाने के लिए जाने जाते हैं.