IND vs ENG 1st Test: रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की फिरकी जोड़ी की भारतीय पिचों पर तूती बोलती है, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की दूसरी पारी में दोनों जूझते नजर आए. हैदराबाद टेस्ट से पहले दोनों ने मिलकर 500 विकेट ले लिए थे और हरभजन सिंह व अनिल कुंबले की जोड़ी से वे एक विकेट पीछे थे. अब दोनों मिलकर 511 विकेट ले चुके हैं और भारतीय गेंदबाजी जोड़ी में टॉप पर हैं. इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन की जोड़ी मिलकर 1039 विकेट ले चुकी है जबकि ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न और ग्लेन मैक्ग्रा की जोड़ी के नाम 1001 विकेट हैं. श्रीलंका के चमिंडा वास और मुथैया मुरलीधरन की जोड़ी ने 895 विकेट और वेस्टइंडीज के कर्टली एम्ब्रोस और कर्टनी वॉल्श ने 762 विकेट चटकाए थे.
टीम इंडिया की ताकत ही बनी उसकी सबसे बड़ी कमजोरीरविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की दूसरी पारी में जूझते दिखे जब इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने चार से अधिक की औसत से 420 रन बना लिए. पहली पारी में रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा ने छह विकेट लिए थे, जिसके दम पर भारत ने इंग्लैंड को 246 रन पर आउट कर दिया. दूसरी पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पेाप ने शानदार स्वीप और रिवर्स स्वीप खेलकर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा को काफी परेशान किया.
पहले टेस्ट में तय कर दी थी करारी हार
रविंद्र जडेजा ने हालांकि जॉनी बेयरस्टो को और अश्विन ने बेन स्टोक्स को शानदार गेंद पर पवेलियन भेजा, लेकिन पोप को 196 रन की पारी खेलने से रोक नहीं सके. पिच राजकोट की विकेट की तरह टूटती नहीं दिखी जिससे स्पिनर उतने असरदार नहीं रहे. भारत के पास कोई ‘प्लान बी’ भी नहीं दिखा. इंग्लैंड की दूसरी पारी में अश्विन और जडेजा ने 257 रन दिए और पांच विकेट लिए.
भारत ने खराब फील्ड का खामियाजा भुगता
भारत ने काफी रक्षात्मक फील्ड लगाई थी, जिसका खामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ा. बता दें कि हैदराबाद टेस्ट मैच में भारतीय टीम को 231 रनों का लक्ष्य मिला, जिसके जवाब में वह 202 रनों पर ऑल आउट हो गई और इंग्लैंड ने 28 रनों की जीत से पांच मैच की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई. हालांकि भारत ने पहली पारी में 190 रनों की बड़ी बढ़त हासिल की थी.