T20 World Cup 2022: टीम इंडिया के लिए एक बेहद बुरी खबर सामने आ रही है. बांग्लादेश के खिलाफ 2 नवंबर को एडिलेड ओवल में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2022 के मैच में भारतीय टीम का सबसे बड़ा मैच विनर नहीं खेल पाएगा. बता दें कि टीम इंडिया का ये क्रिकेटर महज 1 ओवर में पूरा मैच पलट देता है. इस खतरनाक खिलाड़ी का बांग्लादेश के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप 2022 के मैच में नहीं खेलना भारत के लिए बड़ा झटका होगा.
टीम इंडिया के लिए बेहद बुरी खबर
सीनियर विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक कमर में जकड़न के कारण बुधवार को बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले भारत के टी20 वर्ल्ड कप मुकाबले में नहीं खेल पाएंगे. दिनेश कार्तिक कमर में जकड़न के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के पिछले मैच में अंतिम पांच ओवर विकेटकीपर की भूमिका नहीं निभा पाए थे और मैदान से बाहर चले गए थे.
बांग्लादेश के खिलाफ नहीं खेल पाएगा ये मैच विनर
दिनेश कार्तिक अगर इस मुकाबले में नहीं खेलते हैं, तो टीम में शामिल एक अन्य विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को प्लेइंग इलेवन में जगह मिल सकती है. रविवार को कार्तिक के दर्द के कारण मैदान से बाहर जाने के बाद पंत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 16वें ओवर से मुकाबला खत्म होने तक विकेटकीपर की भूमिका निभाई थी.
जकड़न का कारण बेहद ठंडा मौसम
दिनेश कार्तिक की कमर में जकड़न का कारण बेहद ठंडा मौसम भी हो सकता है. दिनेश कार्तिक की कमर की जकड़न कितनी गंभीर है, इसका पता नहीं चल पाया है लेकिन हल्के दर्द से उबरने में भी आम तौर पर तीन से पांच दिन का समय लगता है.
BCCI ने दिया बड़ा अपडेट
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘कार्तिक को कमर में दर्द महसूस हुआ. हमने उसकी कमर की ऐंठन की गंभीरता के बारे में जानकारी नहीं है. मेडिकल टीम उसे फिट करने के लिए काम कर रही है, क्योंकि गर्मी सिकाई और मालिश करने से जल्दी आराम मिलता है. इसलिए उसे मुकाबले से बाहर नहीं मानें.’
पिच की गति और उछाल से निपटने में नाकाम रहे
कार्तिक के लिए टूर्नामेंट अब तक निराशाजनक रहा है. वह पाकिस्तान के खिलाफ एक रन और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 15 गेंद में छह रन की बना पाए. कार्तिक को टीम में फिनिशर की भूमिका दी गई है, लेकिन पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम की पिच की गति और उछाल से निपटने में वह नाकाम रहे.
कोचिंग दल को भी कुछ आलोचनाओं का सामना करना पड़ा
सूर्यकुमार यादव के साथ 52 रन की साझेदारी में अधिक योगदान नहीं देने के लिए उनकी आलोचना हुई. पंत जैसे आक्रामक खिलाड़ी को टीम से बाहर रखने के लिए भारतीय कोचिंग दल को भी कुछ आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. टेस्ट मैचों में पंत को ऑस्ट्रेलिया में शानदार सफलता मिली थी.