Tahira Kashyap Breast Cancer: आयुष्मान खुराना की वाइफ और फिल्ममेकर ताहिरा कश्यप ने हाल ही में बताया है कि 7 साल के बाद वो एक बार फिर ब्रेस्ट कैंसर का सामना कर रही है. अपने मौजूदा इलाज के बारे में बताते हुए, उन्होंने हाल ही में हॉस्पिटल के अपने विजिट की एक निजी और मजाकिया झलक शेयर की. दिन के हर पल को उस गाने से जोड़ा जो बैकग्राउंड में या उनके दिमाग में बज रहा था. उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट में #HospitalChronicles हैशटैग के साथ लिखा, “अस्पताल और म्यूजिक गहराई से और सर्जिकली कनेक्टेड हैं.”
‘कल हो ना हो’ सुनने को मिलास्लाइड्स की एक सीरीज में, ताहिरा ने बताया कि कैसे म्यूजिक अनजाने में टेंशनभरे पलों में एक साथी बन गया. “जैसे ही मैंने स्कैनिंग और इमेजिंग एरिया में इंटर किया, वहां के डॉक्टर ने, शायद मूड को हल्का करने की कोशिश में, अपनी प्लेलिस्ट चालू रखी थी. जब मैं अंदर ले जाने के लिए लेटी, तो ये गाना बज रहा था! मैंने कहा, ‘सर मैं आपके इस जेस्चर को अप्रिशिएट करती हूं लेकिन प्लीज इसे तो बंद ही कर दो.”, उन्होंने याद किया कि बैकग्राउंड में ‘कल हो ना हो’ बज रहा था.
‘चक्कू छुरियां.. तेज कर लो’बाद में, जब ऑपरेशन थिएटर में दाखिल होते हुए और सर्जिकल टूल्स को तैयार होते हुए देखकर, ताहिरा ने शेयर किया, “ओटी में प्यारी एनेस्थेटिस्ट ने मुझसे पूछा कि बेहोश होने से पहले मैं कौन सा गाना सुनना चाहूंगी. मैंने सभी टूल्स को अंदर आते और ट्रे में तैयार होते देखा. ये गाना मेरे दिमाग में बज रहा था.” आशा भोसले का सॉन्ग ‘चक्कू छुरियां.. तेज कर लो’ बज रहा था.
बैकग्राउंड में ‘पहला नशा’ सर्जरी के बाद, अस्पताल के कॉरिडोर में चलते हुए, उन्होंने मरीजों के बीच एक दिल को छू लेने वाली बातचीत सुनी, बैकग्राउंड में ‘पहला नशा’ बज रहा था. “मैं कसम खा सकती हूं कि मैंने उसे ये कहते हुए सुना कि अगर ये इतना दंगल मचा सकते हैं तो मैं क्यों नहीं! मैं हमेशा से ही पर्दे पर और पर्दे के बाहर सिनेमा की ताकत को जानती थी.”
मुश्किल हालात में म्यूजिक सुनने के फायदेजीवन में मुश्किल हालात आना स्वाभाविक है। ऐसे समय में, जब मन उदास, परेशान या तनावग्रस्त हो, तो संगीत एक शक्तिशाली सहारा बन सकता है। मुश्किल हालात में म्यूजिक सुनने के कई फायदे हैं.
1. म्यूजिक मन को शांति और सुकून देता है. मधुर और शांत संगीत सुनने से टेंशन और एंग्जाइटी कम होती है. ये नेगेटिव ख्यालों को दूर करने और पॉजिटिविटी लाने में मदद करता है. कई स्टडीज से पता चला है कि संगीत सुनने से कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन का लेवल कम होता है.
2. म्यूजिक खुद के इमोशंस को जाहिर करने का एक जरिया है. जब हम अपने जज्बात को लफ्जों में बयां नहीं कर पाते हैं, तो संगीत हमारी भावनाओं को समझता है और उन्हें बाहर निकालने में मदद करता है. उदासी भरे गाने सुनने से मन का बोझ हल्का होता है, जबकि एक्साइटमेंट से भरे गाने सुनने से निराशा दूर होती है.
3. संगीत हमें प्रेरित और उत्साहित करता है. मुश्किल वक्त में, जब हम हार मानने लगते हैं, तो एनकरेजिंग म्यूजिक हमें आगे बढ़ने की ताकत देता है. ये हमें याद दिलाता है कि हम अकेले नहीं हैं और हम इस मुश्किल दौर से भी निकल सकते हैं.
4. म्यूजिक हमें मौजूदा पलों में रहने में मदद करता है. जब हम संगीत सुनते हैं, तो हमारा ध्यान उसकी धुन और लय पर फोकस हो जाता है, जिससे हम अपनी फिक्र और परेशानियों को कुछ देर के लिए भूल जाते हैं. ये एक तरह का मेंटल रेस्ट है.
5. संगीत एक बेहतरीन साथी है जो हमेशा हमारे साथ रहता है. चाहे हम अकेले हों या किसी मुश्किल हालात में फंसे हों, संगीत हमें कभी अकेला महसूस नहीं होने देता. ये हमें जज्बाती तौर से मजबूत बनाता है और जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.