छापाखाना

जब गीता का अनुवाद छापने वाला कोई नहीं मिला तो गोयन्दका ने खुद छापाखाना लगाकर गीता प्रेस की शुरुआत की

जब गीता का अनुवाद छापने वाला कोई नहीं मिला तो गोयन्दका ने खुद छापाखाना लगाकर गीता प्रेस की शुरुआत की

admin

हाइलाइट्सजगदयाल गोयन्दका और उनके दोस्त हर शहर और कस्बे में थे, जिनके बीच उनकी गीता के भावों को लेकर चर्चा ...