Supertech Twin Tower: ढहाए गए टावर फिर एक बार लेंगे नया रूप, जानें क्या है नई प्लानिंग

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सुपरटेक ट्विन टावर: 1.5 एकड़ में समेट दिया 12 एकड़ वाला प्रोजेक्ट, जानें फर्जीवाड़ा



हाइलाइट्सट्विन टावर के गिरने के बाद करीब 30 हजार टन मलबा जमा हो गया है.अब हर दिन 300 टन कचरे को रिसाइकिल किया जाएगा.नई दिल्ली. नोएडा के सेक्टर 93 में ढहाए गए सुपरटेक बिल्डर के ट्विन टावर अब एक नए रूप में लोगों के सामने आएंगे. चौंकिए मत! ट्विन टावर दोबारा खड़े नहीं होने जा रहे हैं बल्कि टावरों को गिराने के बाद जो मलबा पीछे रह गया है उसको रिसाइकिल किया जाएगा. रि-सस्टेनेबिलिटी नोएडा में ढहाए गए ट्विन टावर से उत्पन्न 30,000 टन कचरे को रिसाइकिल करेगी. रि-सस्टेनेबिलिटी को कचरे को रिसाइकिल करने के लिए 3 महीने का ठेगा मिला है. कंपनी ने बुधवार को बताया कि टावर ढहाने के बाद पीछे बचे कचरे को निर्माण सामग्री में बदला जाएगा.
करीब 100 मीटर ऊंचे दो टावरों को रविवार (28 अगस्त) को ढहा दिया गया था. इसे ध्वस्त करने में 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था. कंपनी ने बयान में कहा कि विध्वंस के 10 सेकंड के अंदर करीब 30,000 टन कचरा जमा हो गया. बयान में कहा गया है कि एशिया की प्रमुख पर्यावरण प्रबंधन और सर्कुलर कंपनी रि सस्टेनेबिलिटी को निर्माण और विध्वंस कचरे के निपटान तथा कुशल वेस्ट कलेक्‍श न और रिसाइकिल की जिम्मेदारी दी गई है.
कंपनी तीन महीने तक नोएडा के वेस्ट प्रोसेसिंग और रिसाइकिल प्लांट में प्रतिदिन 300 टन कचरे का प्रोसेस करेगी. रि सस्टेनेबिलिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मसूद मलिक ने कहा कि कंपनी ने कचरे की रिसाइकिलिंग और उसे निर्माण सामग्री में बदलने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी ली है.
वहीं दूसरी तरफ सुपरटेक एमरल्ड कोर्ट के आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष उदय भान सिंह तेवतिया ने कहा है कि ट्विन टावर वाली जगह पर बच्चों के लिए खेल का मैदान बनेगा. इसके अलावा एक ग्रीन पार्क भी होगा. साथ ही सोसाइटी कि लोगों की मदद से एक भव्य मंदिर का निर्माण होगा. इसमें सभी देवी- देवताओं की मूर्ति होंगी. इसके लिए आरडब्लूए हफ्ता भर में मीटिंग करने जा रही है सभी सदस्यों की सहमति पर फैसले को अमलीजामा पहनाया जाएगा.
75000 वर्ग मीटर है जमीनट्विन टावर का एरिया 75000 वर्ग मीटर का था. जानकारी के मुताबिक यह जमीन बिल्डर ने अभी सोसाइटी को हैंडओवर नहीं की है. इस पर मालिकाना हक अभी बिल्डर का ही है, लेकिन अगर बिल्डर कोई निर्माण इस जमीन पर कराना चाहेगा तो उसकी लिए उसे दो तिहाई सोसायटी के निवासियों से सहमति लेनी होगी. उधर आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों का दावा है कि सोसाइटी के लोग उनके पक्ष में है. यदि कोई भी कानूनी लड़ाई भी लड़नी पड़ी तो इसमें पीछे नहीं हटेंगे. यहां पर पहले से तय पार्क बनेगा. साथ ही मंदिर भी बनेगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Noida news, Supertech twin towerFIRST PUBLISHED : August 31, 2022, 18:54 IST



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