अयोध्या: 5 अगस्त, वही तारीख है जब हिंदुओं के आराध्य भगवान राम के मंदिर की नींव रखी गई थी. राम मंदिर के लिए लगभग 500 साल का लगातार संघर्ष चला. 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी गई थी. यह दिन 5 अगस्त 2020 को इतिहास के पन्नों में तर्ज हो गया था. 4 साल से अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है. रामलला भव्य मंदिर में 22 जनवरी को विराजमान हो चुके हैं. राम मंदिर ट्रस्ट इस ऐतिहासिक दिन को बेहद खास तरीके से मना रहा है. जिस तरह देश में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है ठीक उसी तरह 5 अगस्त का दिन भी पूरे देश में मनाया जाएगा. इस बात की जानकारी खुद राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी है.राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दावा करते हुए कहा कई “देश में जैसे 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है ठीक वैसे ही 5 अगस्त भी देखा जाएगा. यह दिन गौरव का दिन है. बड़े शुभ दिन और अच्छे मुहूर्त और नक्षत्र में शुभ हाथों से राम मंदिर का भूमि पूजन हुआ था. उसी का परिणाम है कि मंदिर का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है. चंपत राय ने कहा कि बहुत जल्द संपूर्ण मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा.क्यों चुना गया था 5 अगस्त का दिन ?श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि आज 5 अगस्त है और आज के दिन देश के प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया था. गौरतलब है की राम मंदिर का भूमि पूजन अभिजीत मुहूर्त में हुआ था. 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन कार्यक्रम का आरंभ धनिष्ठा नक्षत्र में और समापन शतभिषा नक्षत्र में हुआ था. गौरतलब है कि अभिजीत मुहूर्त में भगवान राम का जन्म हुआ था और इसी मुहूर्त में उन्ही के मंदिर के निर्माण की पूजा भी हुई थी. रामचरित मानस में प्रभु राम के जन्म और मुहुर्त के बारे में लिखा है “नवमी तिथि मधुमास पुनीता शुक्ल पक्ष अभिजित हरिप्रीता’FIRST PUBLISHED : August 5, 2024, 19:23 IST