Super Exclusive : इस व्यक्ति के आंखों के सामने चली थी कारसेवकों पर गोली, बोले- मुलायम से नहीं थी ये उम्मीद

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Super Exclusive : इस व्यक्ति के आंखों के सामने चली थी कारसेवकों पर गोली, बोले- मुलायम से नहीं थी ये उम्मीद



अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ : 22 जनवरी को 500 साल के इंतजार के बाद आखिरकार भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. उनकी प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को होना है. ऐसे में लखनऊ में मौजूद अनूप अवस्थी जो विवादित ढांचे के विध्वंस के समय कारसेवकों पर गोली चलने के साक्षी हैं. जब उनसे बात की गई तो उन्होंने कहा कि जब से प्राण प्रतिष्ठा की तारीख का ऐलान हुआ है, वह बेहद भावुक हो गए हैं

अनूप अवस्थी ने बताया कि उन्होंने अपने 3 सदस्यों को इस पूरे संघर्ष में खो दिया जिसमें हरी कृष्ण अरोड़ा समेत दो अन्य सदस्य लोग शामिल थे. उन्होंने बताया कि आखिरकार अब उनके प्राणों की आहुति बेकार नहीं जाएगी और प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही उनकी आत्मा को अब सच्ची शांति मिलेगी.

प्राण प्रतिष्ठा के बनेंगे साक्षीअनूप अवस्थी ने बताया कि वह इस प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के साक्षी जरूर बनना चाहेंगे लेकिन यह देखना होगा कि सुरक्षा के लिहाज से वहां तक पहुंच पाते हैं या नहीं . उन्होंने कहा कि जितने लोग भी इस पूरे संघर्ष में शामिल थे वो सभी इस प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को घर पर ही सही लेकिन देखेंगे जरूर.

जब गोली चली तो नहीं हुआ यकीनअनूप अवस्थी ने बताया कि जब कारसेवकों पर गोली चली थी तो चारों तरफ लाशें पड़ी थीं. इतनी चीख पुकारी थी जिसका कोई हिसाब ही नहीं है. उन्होंने बताया कि उनके साथ-साथ किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि मुलायम सिंह यादव कारसेवकों पर गोली चलवा देंगे.

परिवार के सदस्यों को बुलाकर करें सम्मानितअनूप अवस्थी ने मौजूदा सरकार के मंत्रियों और मंदिर समिति से यह गुजारिश की है कि जो लोग भी इस पूरे संघर्ष में शामिल थे. जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी थी उनके परिवार के सदस्यों को इस प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में जरूर बुलाना चाहिए और उनका स्वागत करना चाहिए.

नहीं पता था की शादी हो गई है तयअनूप अवस्थी ने बताया कि जब वह इस पूरे संघर्ष में शामिल हुए थे तब मैं सिर्फ 27 साल का था. मैने लोगों को इकट्ठा करने का काम किया था. पूरे लखनऊ के जितने लोग भी विध्वंस में पहुंचे थे उन सभी को मैं ही लखनऊ से अयोध्या तक लेकर गया था. यही नहीं इस दौरान मुझे जेल भी जाना पड़ा था और तमाम प्रताड़ना झेलनी पड़ी थी. मुझे यह तक नहीं पता था कि मेरे परिवार ने मेरी शादी तय कर दी है. जब मैं बाहर निकला तब पता चला कि मेरी शादी तय हो गई है और शादी के बाद सिर्फ दो महीने घर पर रहा. इसके बाद फिर इसी संघर्ष में जुट गया.
.Tags: Local18, Lucknow news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : December 11, 2023, 17:49 IST



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