sunil gavaskar statement on rohit sharma and virat kohli duleep trophy 2024 ind vs ban test series | IND vs BAN : ‘बिना प्रैक्टिस किए बांग्लादेश सीरीज…’, रोहित-विराट के रेस्ट पर गावस्कर का बड़ा बयान

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sunil gavaskar statement on rohit sharma and virat kohli duleep trophy 2024 ind vs ban test series | IND vs BAN : 'बिना प्रैक्टिस किए बांग्लादेश सीरीज...', रोहित-विराट के रेस्ट पर गावस्कर का बड़ा बयान



Sunil Gavaskar Statement : बांग्लादेश और भारत के बीच 17 सितंबर से टेस्ट सीरीज का आगाज होना है. इस सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली भी नजर आएंगे, जो फिलहाल रेस्ट पर हैं. हाल ही में श्रीलंका दौरे पर वनडे सीरीज खेलनी गई टीम इंडिया का रोहित-विराट भी हिस्सा थे. हालांकि, टीम इंडिया को सीरीज में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. 27 साल बाद भारत ने श्रीलंका से कोई वनडे सीरीज गंवाई. बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज की शुरुआत से पहले भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने रोहित-विराट को लेकर बड़ा बयान दिया है.
गावस्कर ने दिया बड़ा बयान 
सुनील गावस्कर ने दावा किया है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा को बांग्लादेश टेस्ट सीरीज से पहले दलीप ट्रॉफी में खेलना चाहिए था. 5 सितंबर, 2024 से अनंतपुर, आंध्र प्रदेश और एम चिन्नास्वामी स्टेडियम, बेंगलुरु में शुरू होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए कोहली और रोहित अनुपस्थित थे. स्टार बल्लेबाजों के अलावा, जसप्रीत बुमराह और आर अश्विन को भी टूर्नामेंट से आराम दिया गया था. गावस्कर का मानना है कि दोनों (रोहित-विराट) बल्लेबाजों को टूर्नामेंट के लिए चुना जाना चाहिए था.
बिना प्रैक्टिस… 
मिड-डे के लिए अपने कॉलम में लिखते हुए गावस्कर ने कहा कि दोनों बल्लेबाजों को टूर्नामेंट के लिए चुना जाना चाहिए था क्योंकि वे दोनों 30+ हैं और उन्हें अपने दिमाग को तरोताजा रखने के लिए मैच प्रैक्टिस की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘सेलेक्टर्स ने कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को दलीप ट्रॉफी के लिए नहीं चुना है. इसलिए संभवत: वे ज्यादा मैच अभ्यास के बिना ही बांग्लादेश टेस्ट सीरीज में उतरेंगे.’ हालांकि, गावस्कर ने कहा कि वह समझते हैं कि बुमराह को आराम की आवश्यकता क्यों है, लेकिन बल्लेबाजों को बांग्लादेश सीरीज से पहले बीच में कुछ खेल का समय मिल सकता था.
बुमराह को लेकर कही ये बात
गावस्कर ने बुमराह को लेकर कहा, ‘हालांकि, यह समझ में आता है कि जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी को सावधानी से संभालने की जरूरत है, लेकिन बल्लेबाजों को बीच में बल्लेबाजी के लिए कुछ समय निकालना चाहिए था. एक बार जब कोई खिलाड़ी किसी भी खेल में मिड 30 (उम्र) में पहुंच जाता है, तो लगातार कॉम्पिटिशन ही उसे हाई स्टैंडर्ड्स बनाए रखने में मदद करेगा.” इस दिग्गज ने कहा, ‘जब एक लंबा गैप होता है तो मांसपेशियों की याददाश्त कुछ हद तक कमजोर हो जाती है और पहले के हाई स्टैंडर्ड्स पर वापस लाना आसान नहीं होता है.’



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