Delhi Capitals: दिल्ली कैपिटल्स के लिए आईपीएल 2023 बेहद ही खराब रहा. टीम जिस उम्मीद के साथ सीजन खेलने आई थी उसके विपरीत चीजें हुईं. दिल्ली कैपिटल्स ने लीग के 14 मुकाबले खेले जिसमें टीम को मात्र 5 मैचों में जीत मिली, जबकि टीम 9 मैच हार गई. इस खराब प्रदर्शन पर एक पूर्व भारतीय दिग्गज क्रिकेटर ने टीम मैनेजमेंट पर निशाना साधा है और कहा है कि यह उनकी ही नाकामी है. कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
इस दिग्गज ने साधा निशानादिल्ली कैपिटल्स के बेहद ही घटिया प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि यह टीम मैनेजमेंट की सबसे बड़ी नाकामी है. स्टार स्पोर्ट्स पर अपने लिखे एक कॉलम में गावस्कर ने कहा कि रिकी पोंटिंग के कोचिंग में भी टीम के युवा खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि वह भारत के दूर दराज इलाकों से आते हैं और इंग्लिश में बात करने से घबराते हैं. इसके चलते उन्हें कोचिंग स्टाफ से बात करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
महान कोचिंग स्टाफ के बावजूद ऐसी हालत
गावस्कर ने आगे लिखा कि टीम में दुनिया के महान बल्लेबाज रहने के बाद भी टीम की इतनी खराब हालत है कि वह अंकतालिका में निचले पायदान पर रही. उन्होंने कहा कि उसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन एक बड़ा कारण यह है कि घरेलू युवा खिलाड़ी इन दिग्गज बल्लेबाजों से सलाह लेने से बचते हैं. उन्होंने आगे कहा कि शॉर्ट पिच गेंदों को लेकर पृथ्वी शॉ का संघर्ष अभी भी जारी है.
ऐसा रहा दिल्ली का सफर
बता दें कि अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी की तलाश में खेलने आई दिल्ली कैपिटल्स की टीम की शुरुआत ही बेहद खराब रही थी. टीम शुरुआती मैचों में ही लगातार हार का सामना कर रही थी. इसके बाद जैसे तैसे टीम ने अपनी जीत का खाता खोला, लेकिन टीम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम साबित हुई. दिल्ली 14 मैचों में 5 जीत और 9 हार के साथ अंकतालिका में 10 अंक लेकर 9वें नंबर पर रही.