Sunil Gavaskar On Rohit Sharma: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 में मिली करारी हार के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद तीनों फॉर्मेट में रोहित शर्मा को टीम की कमान सौंपी गई थी. लेकिन बड़े टूर्नामेंट्स में रोहित की कप्तान में टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी खराब रहा है. ऐसे में भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर ने रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की जमकर क्लास लगाई है.
रोहित की कप्तानी पर आगबबूला हुए गावस्कर
सुनील गावस्कर ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘मुझे रोहित शर्मा से काफी उम्मीदें थी. भारत में बात अलग है, लेकिन विदेशों में अच्छा प्रदर्शन ही आपको बेहतर साबित करता है. यहां पर उनके प्रदर्शन ने मुझे निराश किया. यहां तक की टी20 में बेहतरीन खिलाड़ी और अच्छा खासा अनुभव होने के बावजूद भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो सकी. यह काफी ज्यादा निराशाजनक है.’ बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप 2022 में टीम इंडिया रोहित की कप्तानी में सेमीफाइनल तक ही पहुंच सकी थी.
क्या हार की समीक्षा की गई?
सुनील गावस्कर ने पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के हाथों वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत को मिली हार का जिक्र किया. गावस्कर ने जोर देकर कहा कि कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियंशिप के फाइनल में लिए गए फैसलों के बारे में सवाल पूछा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘उनसे सवाल पूछना चाहिए, आपने पहले फील्डिंग क्यों किया? ठीक है, टॉस के समय यह बताया गया था कि बादल छाए हुए थे. इसके बाद सवाल यह होना चाहिए- आपको ट्रैविस हेड की कमजोरी के बारे में नहीं पता था क्या? बाउंसर केवल तभी क्यों लगाए गए जब उन्होंने 80 रन बनाए थे. जब वह बल्लेबाजी करने आए तो रिकी पोंटिंग लगातार कह रहे थे कि उनके खिलाफ बाउंसर गेंदों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. सभी को पता था लेकिन हमने ही ऐसा नहीं किया.’
गावस्कर ने कप्तान के दावे को नकारा
सुनील गावस्कर ने रोहित शर्मा के उस दावे पर भी सवाल उठाए कि टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए तैयारी का वक्त नहीं मिला. गावस्कर ने कहा, ‘हम किस तरह की तैयारी की बात कर रहे हैं? जब आप तैयारी के बारे में बात करते हैं, तो इसके बारे में वास्तविक रहें. 15 दिन पहले जाकर दो वॉर्म-अप मैच खेलें. मुख्य खिलाड़ी आराम कर सकते हैं लेकिन रिजर्व या बाकी खिलाड़ी मैदान में उतर सकते हैं और उन्हें चुनौती दे सकते हैं, जो अच्छा नहीं कर रहे. लेकिन ऐसा होता नहीं है.’